कलियर विधायक हाजी फुरकान अहमद की आपत्तियों को निगम प्रशासन ने बताया गलतफहमी, रुड़की विधायक प्रतिनिधि की आपत्तियों को मेयर प्रतिनिधि ने किया खारिज
एम हसीन
रुड़की। नगर विधायक प्रदीप बत्रा की अनुपस्थिति में संपन्न हुई नगर निगम बोर्ड की बैठक पर सामने आई कलियर विधायक हाजी फुरकान अहमद की आपत्तियों और नाराजगी को गलतफहमी बताया गया है। लेकिन प्रदीप बत्रा के प्रतिनिधि पार्षद संजीव तोमर की आपत्तियों को खारिज कर दिया गया है। बीती शाम अपनी ओर से नगर निगम प्रशासन ने मामले का पटाक्षेप कर दिया है।
गौरतलब है कि रुड़की विधायक प्रदीप बत्रा और मेयर अनीता देवी अग्रवाल कैंप के बीच जबरदस्त रस्साकशी चली आ रही है। इसी कारण नगर निगम बोर्ड की बैठक आयोजित नहीं हो पा रही थी। इसी बीच प्रदीप बत्रा को बिहार चुनाव में पार्टी प्रचार के लिए भेजा गया और इसी बीच निगम प्रशासन ने बोर्ड की बैठक आयोजित कर ली। मुश्किल हालात में प्रदीप बत्रा ने पार्षद संजीव तोमर को अपने प्रतिनिधि के रूप में बैठक में भेजा। उन्होंने बैठक में प्रस्तावों को लेकर अपनी आपत्तियां भी दाखिल दफ्तर की और निगम की विभिन्न समितियों के गठन की मांग भी उठाई। उनकी किसी मांग को नहीं माना गया। इसी कारण उन्होंने बैठक को पूरी तरह नाकाम बताया। लेकिन कलियर विधायक हाजी फुरकान की प्रथम प्रतिक्रिया मेयर कैम्प की तबियत को बाग-बाग कर देने वाली थी। उन्होंने बैठक को पूर्णतः सफल बताया और इसके निगम प्रशासन, मेयर और पार्षदों को बधाई दी। लेकिन अगली ही सुबह स्थिति बदल गई।
वास्तव में कुछ अखबारों ने बैठक के संदर्भ में जो ख़बर प्रकाशित की उनमें बताया गया कि कलियर विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत आने वाले वार्डों के विकास प्रस्ताव बोर्ड की बैठक में स्वीकार नहीं किए गए हैं। इससे हाजी फुरकान भड़क गए और उन्होंने मीडिया को बयान देकर बताया कि बैठक में उनके प्रस्ताव जब स्वीकार हो चुके हैं तो अब उन्हें अस्वीकार किए जाने का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने घोषणा कर दी कि वे जिलाधिकारी को पत्र लिखकर बैठक की निरस्त करने की मांग करेंगे।
उनका बयान सामने आते ही निगम की राजनीति में हड़कंप मच गया। तमाम मंथन बैठकें होने लगीं। मेयर के राजनीतिक प्रबंधक विभिन्न स्थानों पर जुटकर बैठकें करने लगे। मेयर विरोधी कैंप के पार्षद भी इस स्थिति को अपने पक्ष इस्तेमाल करने के तरीकों पर गौर करने लगे। दिनभर बैठकों का दौर चला और अंत में निर्णय यही हुआ कि हाजी फुरकान को मना किया जाए। निगम पक्ष ने हाजी फुरकान से संपर्क किया और उन्हें बताया कि खबर गलत छपी है। बोर्ड ने विकास से संबंधित सभी प्रस्ताव स्वीकार किए हैं और उनमें कलियर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले वार्डों के प्रस्ताव भी शामिल हैं। इस आश्वासन पर हाजी फुरकान की सहमति बन जाने के बाद देर शाम निगम प्रशासन की ओर से मुख्य नगर आयुक्त राकेश तिवारी ने बयान जारी किया। तत्पश्चात ललित मोहन अग्रवाल ने सजीव तोमर की आपत्तियों को खारिज किया। अब देखने वाली बात यह है कि प्रदीप बत्रा की वापसी के बाद क्या स्थिति बनती है!
