भाजपा के वोट बैंक में कांग्रेस की सेंधमारी का अभी नहीं मिला कोई इशारा
एम हसीन
रुड़की। रुड़की निगम चुनाव के शुरुआती परिणाम पिछली तस्वीर को पूरे तौर पर बदलते हुए दिखाई दे रहे हैं। हालांकि अभी केवल एक राउंड की गिनती पूरी हुई है और इस स्टेज पर किसी निश्चित परिणाम की उम्मीद लगाया जल्दबाजी होगी। लेकिन इससे जो इशारा मिलता है वह यह है कि भाजपा प्रत्याशी इस बार मजबूती से लड़ रही है। पिछली बार भाजपा तीसरे नंबर पर रही थी। पिछली बार निर्दलीय ने मेयर पद जीता था। लेकिन इस बार अभी तक निर्दलीय दूसरे स्थान पर दिखाई दे रहा है। कांग्रेस पिछली बार दूसरे स्थान पर रही थी। लेकिन इस बार वह तीसरे स्थान पर सरकती दिखाई दे रही है। ध्यान रहे कि यह आंकलन प्रथम राउंड की गिनती के आधार पर किया गया है, जिसमें केवल 4 वार्ड शामिल हैं। अभी 9 राउंड और 36 वार्डों की गिनती बाकी है जो कि देर रात तक जाकर हो पाएगी।
चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक अभी केवल 4 वार्डों के 11 हजार 281 मतों की गिनती पूरी हुई है। इनमें भाजपा प्रत्याशी अनीता अग्रवाल को 4 हजार 457 और कांग्रेस प्रत्याशी पूजा गुप्ता को 2 हजार 601 वोट मिले हैं। निर्दलीय प्रत्याशी श्रेष्ठा राणा को 3 हजार 132 वोट हासिल हुए हैं। हालांकि फिलहाल इन चार वार्डों का पिछले चुनाव का आंकड़ा हासिल नहीं है इसलिए प्रथम राउंड की गिनती की तुलना नहीं की जा सकती। पार्षदों की जीत के आधार पर भी तुलनात्मक अध्ययन संभव नहीं है क्योंकि पार्षद वही जीतकर आ रहे हैं जो पिछली बार भी जीते थे। मोटा अनुमान पिछली बार के ओवरऑल परिणाम के आधार पर लगाया जा रहा है। इसी कारण यह जानना बेहद महत्वपूर्ण है कि जो वार्ड खुले हैं वे भाजपा का गढ़ तो हैं लेकिन श्रेष्ठा राणा के प्रभाव का इनमें अभी एक ही वार्ड, खंजरपुर, ही खुला है। खंजरपुर में राजपूत मतदाताओं की उल्लेखनीय संख्या है और यहां मुस्लिम व अनुसूचित जाति वर्ग के मतदाताओं की भी ठीक संख्या है। पिछली बार भाजपा प्रत्याशी मयंक गुप्ता को इन वार्डों में निर्दलीय प्रत्याशी गौरव गोयल ने पछाड़ा था और बढ़त बनाई थी। तब कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में रेशू राणा ने जो प्रदर्शन किया था उसे निर्दलीय रूप में चुनाव लड़ती हुई रेशू राणा की भाभी श्रेष्ठा राणा बरकरार रखे हुए हैं। ध्यान रहे कि रेशू राणा के चुनाव अभियान की अगुवाई भी उनके बड़े भाई पूर्व मेयर यशपाल राणा ने की थी और अपनी पत्नी श्रेष्ठा राणा के चुनाव अभियान की अगुवाई भी यशपाल राणा ही कर रहे हैं। अहम बात यह है कि जिन वार्डों में श्रेष्ठा राणा का बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद की जा रही है वे अभी नहीं खुले हैं। दूसरी बात जो उम्मीद की जा रही थी कि भाजपा के वोट बैंक में कांग्रेस प्रत्याशी पूजा गुप्ता गहरी और निर्णायक सेंध लगा रही हैं, वैसा कुछ पहले राउंड की मतगणना में नजर नहीं आया है।