भाजपा पर कश्यप समाज की अनदेखी का लगाया आरोप, पार्षद टिकटों में कटौती से नाराज
एम हसीन
रुड़की। नगर व्यापार मंडल अध्यक्ष अरविंद कश्यप भाजपा से बेहद नाराज़ हैं। उनकी शिकायतों पर गौर करने की बजाय भाजपा ने उन्हें निष्काशित कर दिया है। इसलिए वे खुलकर निर्दलीय प्रत्याशी श्रेष्ठा राणा के पक्ष में आ गए हैं।
गौरतलब है कि अगर नगर के मेयर का पद पिछड़े वर्ग के लिए आरक्षित होता तो अरविंद कश्यप टिकट के मजबूत दावेदार होते। बहरहाल, पद सामान्य महिला के लिए आरक्षित होने के बाद उन्होंने निर्दलीय श्रेष्ठा राणा के साथ जाने का फैसला किया। इस बाबत जब परम नागरिक ने उनसे बातचीत की तो वे पार्टी पर भड़क गए। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पिछड़ों की विरोधी है और उनकी कश्यप बिरादरी की तो खास तौर पर अनदेखी कर रही है। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि पूछी बार पार्टी ने कश्यप समाज के दो लोगों को पार्षद टिकट दिए थे जबकि इस बार एक ही दिया है। उन्होंने कहा कि यही नीति सरकार की तालाबों के आवंटन को लेकर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि तालाब आवंटन में कश्यप समाज के हितों की अनदेखी की गई। साथ ही पात्र लोगों की अनदेखी करने का आरोप भी उन्होंने लगाया। उन्होंने कहा कि जब उन्होंने इन मुद्दों को उठाया तो पार्टी ने ध्यान नहीं दिया। इसलिए उन्होंने निकाय चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी श्रेष्ठा राणा के लिए काम करने का मन बनाया है।
उन्होंने कहा कि श्रेष्ठा राणा पूर्व मेयर यशपाल राणा की पत्नी हैं और यशपाल राणा जनता से जुड़े हुए व्यक्ति हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल में जो कार्य किए थे उन्हें लोग आज भी याद करते हैं। उन्होंने कहा कि कमज़ोर के पक्ष में आवाज उठाने के लिए मशहूर यशपाल राणा के कार्यों का लाभ उनकी प्रत्याशी पत्नी को मिल रहा है और वे बड़े अंतर से चुनाव जीत रही हैं।