यतीश्वरानंद दो सप्ताह से कर रहे हैं हाजी कैंप की अगुवाई

एम हसीन

मंगलौर। नगर पालिका परिषद अध्यक्ष पद को लेकर मतदान की पूर्व संध्या पर सवाल यह उठ रहा था कि क्या यहां कांग्रेस समर्थित और भाजपा समर्थित प्रत्याशियों में सीधा मुकाबला होने जा रहा है या फिर कोई और कोण भी उभर सकता है? ऐसा इसलिए पूछा जा रहा था क्योंकि यहां बसपा के टिकट पर चौधरी जुल्फिकार अख्तर अंसारी भी मैदान में डटे हुए हैं जिनका चुनाव अभियान यहां एक साल से अनवरत चला आ रहा है।

मंगलौर नगर पालिका अध्यक्ष पद का चुनाव पिछले तीन सप्ताह में तमाम नाटकीय घटनाक्रमों का गवाह बना है। जो अंतिम परिणति हुई है वह यह है कि यहां क़ाज़ी खेमा अगर निर्दलीय को समर्थन देकर चुनाव लड़ाने पर मजबूर हुआ है तो हाजी खेमा भी इस बार निर्दलीय प्रत्याशी को ही समर्थन देने पर मजबूर है। सब जानते हैं कि जून में हुए विधानसभा उप चुनाव तक उबैदुर्रहमान अंसारी उर्फ मोंटी बसपा प्रत्याशी के रूप में हाजी खेमे की अगुवाई कर रहे थे। मोंटी मंगलौर के जन्नत नशीन विधायक हाजी सरवत करीम अंसारी के पुत्र और वारिस के रूप में बसपा प्रत्याशी बने थे। लेकिन उप चुनाव के तत्काल बाद यहां मोंटी का बसपा के साथ संपर्क टूट गया था। देर तक उनके भाजपा गमन की खबरें आती रही थी। वे भाजपा में गए अथवा नहीं यह अलग से बहस का मुद्दा है। जो नजर आने वाली चीज है वह यह है कि उन्होंने अपने बिरादर भाई और समर्थक जुल्फिकार ठेकेदार को न केवल निर्दलीय चुनाव लड़ाना मंजूर किया बल्कि उन्हें भाजपा का समर्थन भी दिलवा दिया। इस प्रकार इस चुनाव में हाजी खेमे की अगुवाई चाहे-अनचाहे भाजपा के भगवाधारी यतीश्वरानंद के हाथ पहुंच गई। दूसरी ओर स्थानीय कांग्रेस विधायक क़ाज़ी निज़ामुद्दीन की किसी भी कोशिश से जब चौधरी इस्लाम बतौर कांग्रेस प्रत्याशी चुनाव में कायम नहीं रह सके तो क़ाज़ी निज़ामुद्दीन ने निर्दलीय मुहीउद्दीन अंसारी को अपना प्रत्याशी बनाना मंजूर किया। इस प्रकार क़ाज़ी और हाजी कैंप के प्रत्याशियों की स्थिति चुनाव में स्थापित हुई। इन दोनों को ही यहां मुख्य प्रत्याशी माना जा रहा है।

लेकिन मैदान में प्रत्याशी और भी हैं। मसलन, निवर्तमान नगर पालिका अध्यक्ष डॉ शमशाद या इस चुनाव में यहां एक मात्र दलीय प्रत्याशी बसपा के चौधरी जुल्फिकार अख्तर अंसारी। राजनीतिक क्षेत्रों में सवाल यह उठ रहा है कि क्या इन दोनों प्रत्याशियों में से कोई एक अपने प्रयासों से किसी भी रूप में यहां चुनाव को प्रभावित कर सकने की स्थिति में है?