आज दिनभर व्यक्तिगत रूप से समर्थन गोडने में व्यस्त रहे पूर्व मेयर यशपाल राणा, कई मजबूत ग्रुप्स को जोड़ा अपने साथ

एम हसीन

रुड़की। निकाय चुनाव के लिए होने वाले मतदान की पूर्व संध्या पर हर पल बदल रहे नगर के समीकरणों के बीच निर्दलीय श्रेष्ठा राणा की स्थिति निरंतर मजबूत होती जा रही है। आज श्रेष्ठा राणा और उनके पति यशपाल राणा दिन भर व्यक्तिगत संपर्क के माध्यम से अपने समीकरणों को पुख्ता बनाने में जुटे रहे। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में कई ऐसे वोट ग्रुपों को अपने साथ जोड़ने में कामयाबी हासिल की जो अभी तक उनके साथ नहीं चल रहे थे। मसलन, उन्होंने पठानपुरा में एक मजबूत धड़े का वोट अपने साथ जोड़ा। एक ओर यह स्थिति है। दूसरी ओर विपक्षी प्रत्याशियों के समीकरण भी उनकी मजबूती और कमजोरी के हिसाब से बन-बिगड़ रहे हैं। खासतौर पर राजनीतिक दलों में बड़े नेताओं के परस्पर संबंध हर पल बन और बिगड़ रहे हैं। इसी प्रकार विभिन्न प्रत्याशियों के चुनाव को संभालते आ रहे समर्थकों के परस्पर संबंधों में बदलाव आ रहा है। इससे प्रत्याशियों के समर्थन में परिवर्तन आ रहा है। इन सब चीजों का अंतिम लाभ श्रेष्ठा राणा के पक्ष में जाता हुआ लग रहा है।

गौरतलब है कि निकाय चुनाव के लिए मतदान 23 जनवरी को प्राप्त: 8 बजे शुरू होना है। नगर में मेयर सीट पर भाजपा, कांग्रेस, बसपा और आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। इन सबके बीच पूर्व मेयर यशपाल राणा की पत्नी श्रेष्ठा राणा भी निर्दलीय चुनाव लड़ रही हैं। श्रेष्ठा राणा को खानपुर के निर्दलीय विधायक उमेश कुमार का समर्थन प्राप्त है। इसके अलावा ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुसलमीन के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर नैय्यर काजमी का भी उन्हें पूर्ण समर्थन प्राप्त है। श्रेष्ठा राणा के पति पूर्व मेयर यशपाल राणा का महानगर में अपना प्रभाव क्षेत्र है जिसे बेहद व्यापक माना जाता है। यह इसी से जाहिर है कि पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर लड़ते हुए यशपाल राणा ने साढ़े 34 वोट लेने का रिकॉर्ड कायम किया था। यह किसी प्रत्याशी द्वारा कांग्रेस के टिकट पर हासिल किया जाने वाला अब तक का अधिकतम जन-समर्थन है और माना जाता है कि इसमें यशपाल राणा के अपने व्यक्तिगत प्रभाव का कमाल काम रहा था। इस क्रम में आज उनके हजारों समर्थक दिनभर वोट बैंक को निर्णायक बनाने में जुटे रहे। देर रात यह खबर लिखे जाने तक व्यक्तिगत संपर्क कायम करने का यह सिलसिला जारी था।