नागरिक ब्यूरो/संवाददाता, मंगलौर। कांग्रेस के कलियर विधायक हाजी फुरकान अहमद की मंगलौर विधानसभा क्षेत्र में उपयोगिता केवल इतनी ही नहीं है कि वे कांग्रेसी हैं या विधायक हैं। उनकी उपयोगिता यह भी है कि उनकी बिरादरी की मंगलौर विधान सभा क्षेत्र में व्यापक मत संख्या है और उनमें हाजी फुरकान अहमद की कई निकट रिश्तेदारियां हैं। इससे मंगलौर सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी क़ाज़ी निज़ामुद्दीन के लिए हाजी फुरकान अहमद की अहमियत तय होती है और यह तय होता है अब जबकि हाजी फुरकान अहमद कंधे से कंधा मिलाकर क़ाज़ी निज़ामुद्दीन के साथ खड़े हैं तो इसका कितना लाभ उन्हें चुनाव में हो सकता है। अहमियत इस बात से भी तय होती है कि मंगलौर सीट पर आमतौर पर हरजीत सैकड़ों मतों के अंतर से ही निर्धारित होती है जबकि इस सीट पर हाजी फुरकान अहमद की जाति के मतों की संख्या ही साढ़े चार हजार के करीब है।

बहरहाल, हाजी फुरकान अहमद सीधे सरल व्यक्तित्व वाले विधायक हैं। जोड़ तोड़ और उठा पटक की राजनीति वे नहीं करते। किसे टिकट दिलाना है, किसका टिकट कटवाना है, यह सब वे नहीं करते। यही कारण है कि वे तीसरी बार विधानसभा में कलियर का प्रतिनिधि कर रहे हैं। हालांकि उनके और क़ाज़ी निजामुद्दीन के बीच आमतौर पर अच्छे रिश्ते होने की खबर नहीं आती, लेकिन पिछली सारी बातें भूलकर इस उप चुनाव में हाजी फुरकान अहमद का पूरा समर्थन उनके साथ नजर आ रहा है। अभी तक उन्होंने दर्जनों सभाओं में अपने आपको क़ाज़ी निज़ामुद्दीन के साथ सार्वजनिक करके साफ कर दिया है कि वे मंगलौर में क़ाज़ी निज़ामुद्दीन को जीतते हुए देखना चाहते हैं।