दीपावली के निपटने का इंतजार कर रहे पदों के दावेदार
एम हसीन
रुड़की। कांग्रेस में संगठन सृजन की लंबी होती जा रही प्रक्रिया कार्यकर्ताओं को बेताब कर रही है। पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट हाई कमान तक पहुंच जाने के बाद खासतौर पर कार्यकर्ताओं की अधीरता बढ़ती जा रही है। उम्मीद की जा रही है कि त्यौहार निपटने के बाद पार्टी इस महत्वपूर्ण कार्य को अंजाम दे देगी।
गौरतलब है पार्टी में आमूल-चूल परिवर्तन करने की राह पर निकले पार्टी के नेता राहुल गांधी ने नए जिला संगठन गठित करने की मुहिम छेड़ी हुई है। इसके तहत सितंबर की शुरुआत में प्रक्रिया प्रारंभ की गई थी जब हर जिला संगठन का मुखिया चुनने के लिए पार्टी ने पर्यवेक्षक समिति का गठन कर क्षेत्रों में भेजा था। हरिद्वार जिले में पार्टी को कुल चार जिला संगठन पर अध्यक्ष नियुक्त करने हैं। दो संगठन हरिद्वार में हरिद्वार नगर और हरिद्वार देहात बनाए गए हैं और दो संगठन रुड़की में रुड़की नगर और रुड़की देहात बनाए गए हैं। इन सभी पदों पर कार्यकर्ताओं की राय जानकर पर्यवेक्षक सितंबर के पहले सप्ताह में ही वापिस लौट गए थे। बताया गया है कि पिछले 15 अक्टूबर को उन्होंने अपनी रिपोर्ट भी पार्टी प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा और महासचिव संगठन को सौंप दी हुई है। अब इसी स्तर पर जिलाध्यक्षों की घोषणा की जानी है।
जान लेना दिलचस्प है कि इन पदों पर अपनी पसंद के चेहरों को नियुक्त कराने के लिए प्रभावशाली नेताओं, खासतौर पर उन्हें जिन्हें चुनाव लड़ना है, में होड लगी हुई है। पार्टी के टिकट पर यहां लोकसभा का चुनाव लड़ चुके वीरेंद्र रावत अपनी पसंद के चेहरों को पदों पर लाना चाहते हैं तो मुख्यत: विधायक क़ाज़ी निज़ामुद्दीन, हाजी फुरकान अहमद और ममता राकेश अपनी पसंद के चेहरे पदों पर चाहते हैं। इसी क्रम में पिछले विधानसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशी रहे लोग, खासतौर पर रुड़की में प्रत्याशी रहे पूर्व मेयर यशपाल राणा, भी अपनी पसंद के चेहरे चाहते हैं। बताया जाता है कि पार्टी हाई कमान प्रदेश बड़े नेताओं, यथा प्रदेश अध्यक्ष कारण माहरा, नेता पार्टी विधायक दल यशपाल आर्य, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह व गणेश गोदियाल की राय भी इस मामले में मालूम कर चुका है। और अब केवल पदाधिकारियों की सूची जारी करने का काम बाकी है। इस सबके बीच जहां दावेदारों में बेताबी है वहीं कार्यकर्ता भी अब जल्द से जल्द दीवाली निपट जाने का इंतजार कर रहे हैं।
