ग्रामीण जिला अध्यक्ष पद पर आधा दर्जन से अधिक कार्यकर्ताओं के दावे की खबर

एम हसीन

रुड़की। कांग्रेस में कार्यकर्ताओं की रायशुमारी का क्रम लगातार जारी है। उद्देश्य एक प्रभावी संगठन खड़ा करना है और यह शुरुआत नीचे से होनी है। पार्टी नेता राहुल गांधी की ऐसी ही इच्छा बताई जा रही है और पार्टी के कार्यकर्ता अपने नेता की इच्छा के अनुसार संगठन सृजन अभियान को लेकर उत्साहित हैं। इसका अनुमान इसी बात से होता है कि सभी विधायकों के गुटों की ओर से कम से कम आधा दर्जन दावेदार जिलाध्यक्ष पद के लिए अपने दावे पेश कर चुके हैं।

जैसा कि सर्वविदित है कि कांग्रेस ने अपने सभी संगठन निष्प्रभावी कर दिए हैं और नए सिरे से संगठन के निर्माण की प्रक्रिया गतिमान है। रुड़की क्षेत्र में इस कार्य के लिए बनाई गई समिति का प्रभारी हरियाणा राज्य के पूर्व मंत्री राव नरेंद्र सिंह को बनाया गया है जो अलग-अलग विधानसभा, ब्लॉक और नगर क्षेत्रों में जाकर कार्यकर्ताओं की राय जान रहे हैं और उनके आवेदन प्राप्त कर रहे हैं।

हालात का इशारा यह है कि रायशुमारी में विधायक भी रुचि ले रहे हैं। ऐसा दावेदारों के नामों से लग रहा है। मसलन, एक नामांकन अभिषेक राकेश का बताया जा रहा है जो कि भगवानपुर विधायक ममता राकेश के पुत्र हैं। भगवानपुर क्षेत्र से ही एक नाम नासिर परवेज का भी आया है जो कि हरीश रावत लॉबी की राजनीति करते हैं। ऐसे ही एक नाम अरविंद प्रधान का आया है जो कि कलियर विधायक हाजी फुरकान के खास माने जाते हैं। रुड़की से एक नाम आशीष सैनी का आया है। ये भी हरीश रावत कैंप की राजनीति करते हैं। बाकी दो नाम मंगलौर विधानसभा क्षेत्र से हैं। एक परवेज अहमद का और दूसरा आदित्य राणा का। परवेज अहमद मंगलौर विधायक क़ाज़ी निज़ामुद्दीन के कैंप की राजनीति करते हैं। इस क्रम में आदित्य राणा को हालांकि हाल तक हरीश रावत कैंप का आदमी माना जाता था लेकिन काफी दिनों से वे भी क़ाज़ी निज़ामुद्दीन के कैंप में नजर आ रहे हैं। ऐसे ही एक दावा सचिन चौधरी का भी सामने आया है जो कि हाल तक युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष हैं और हरीश रावत कैंप का प्रतिनिधि माने जाते हैं। माना जा रहा है कि दावेदारों की यह सूची अभी और आगे बढ़ सकती है।