कांग्रेस के टिकट पर रहेगा बेहद मजबूत दावा
एम हसीन
रुड़की। ढढेरा के कांग्रेस नेता और मजदूर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष उदय सिंह पुंडीर की राजनीतिक योजना में कुछ परिवर्तन आता दिख रहा है। लग रहा है कि उन्होंने अपने पांवों को समेटा है और इस बार विधानसभा टिकट को नहीं बल्कि नगर पंचायत अध्यक्ष पद को लक्ष्य बनाया है। हालांकि उनकी सक्रियता में कोई न तो कमी आई है और न ही बढ़ोत्तरी दर्ज हुई है, क्योंकि वे पहले से ही कर्मशील रहे हैं। लेकिन जो अंतर है वह यह है कि फिलहाल में ढढेरा के लोगों से क्षेत्र की समस्याओं पर चर्चा कर रहे हैं और उन्हें समझने की कोशिश कर रहे हैं। बेशक उनकी सामान्य समाज सेवा मुहिम भी जारी है। लेकिन यह एक बदलाव उनकी कार्यशैली में दिखाई दे रहा है।
यह एक अजीब और दिलचस्प मामला है कि 2016 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने उदय सिंह पुंडीर की पहल पर ही ढढेरा को नगर पंचायत बनाने का शासनादेश जारी किया था। तब मुख्यमंत्री हरीश रावत थे जो 2009 में हरिद्वार सीट पर लोकसभा चुनाव जीतकर पहले केंद्रीय मंत्री और फिर राज्य के मुख्यमंत्री बने थे। वे 2014 में भी हरिद्वार सीट पर ही लोकसभा चुनाव लड़े थे। यूं वे उदय सिंह पुंडीर सहित कई स्थानीय कांग्रेसियों के निकट संपर्क में आए थे। तब उदय सिंह पुंडीर की पहल पर उपरोक्त काम हुआ था। लेकिन 2017 में सरकार बदल गई थी इस कारण तत्संबंधी शासनादेश निरस्त हो गया था। बाद में एक बार फिर यह शासनादेश जारी हुआ और इस बार इसे मूर्त रूप दिया गया। ढढेरा नगर पंचायत प्रशासनिक नियंत्रण में कई सालों से काम कर रही है और अब यह पहले चुनाव में जाने को तैयार है।
उदय सिंह पुंडीर ने 2017 व 2022 में खानपुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस का टिकट मांगा था जो कि दोनों ही बार ऐन समय पर आकर उन्हें नहीं मिला था। लेकिन उनकी जो चुनावी तैयारी ढढेरा सहित पूरे विधानसभा क्षेत्र में 2017 में शुरू हुई थी वह नहीं थमी थी। उनका सबसे ज्यादा और उल्लेखनीय काम, जिसने उन्हें लोकप्रियता दिलाई, वह कोविड के दौरान सामने आया था। तब उन्होंने दिल खोलकर हर संभव तरीके से लोगों की सहायता की थी और उससे समाज लाभान्वित हुआ था। उनका लोगों की सहायता करने का यह सिलसिला अभी भी जारी है। लेकिन अब उनका फोकस ढढेरा नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर बना हुआ दिखाई दे रहा है। उदय सिंह पुंडीर सैनिक परिवार से आते हैं और ढढेरा में पूर्व सैनिकों की प्रभावशाली संख्या है। इसके अलावा वे यहां के स्थानीय नागरिक हैं और ढढेरा की पुरानी आबादी से भी उनका पूरा संबंध है। अपने काम के अलावा इन सारी चीजों को उदय सिंह पुंडीर अपनी उम्मीदवारी की बुनियाद बनाना चाहते हैं। देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस में विधानसभा टिकट की लड़ाई हारते आए उदय सिंह पुंडीर नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिए टिकट का इंतजाम कर पाएंगे या नहीं और भी भाजपा का गढ़ माने जाने वाले ढढेरा में अपनी जीत सुनिश्चित कर पाएंगे या नहीं।