ऋषिकेश से दिल्ली तक ठहरी सामान्य व्यवस्था
एम हसीन, हरिद्वार। 2 अगस्त शिवरात्रि से एक दिन पहले आज कांवड़ यात्रा अपने चरम पर है। डाक कांवड़ पहले से जारी है और अब राष्ट्रीय राजमार्ग पर केवल कांवड़ियों का राज है। अधिकांश कांवड़ यात्री हरिद्वार पहुंच चुके हैं इसी कारण अब राजमार्ग की, अप एंड डाउन, दोनों स्ट्रीम्स पर एकतरफा यातायात संचालन हो रहा है। उप स्ट्रीम चार पहिया वाहनों के हवाले है और डाउन स्ट्रीम से दो पहिया कांवड़ यात्री वापसी कर रहे हैं। सामान्य नागरिकों के लिए नहर किनारे के मार्ग तथा तमाम ब्रांच मार्ग खोल दिए गए हैं। जो थोड़े बहुत कांवड़ यात्री आ रहे हैं उनकी आमद भी इन्हीं मार्गों से हो रही है।
कांवड़ यात्रा अधकृत रूप से 22 जुलाई से शुरू हुई थी, हालांकि इससे पहले भी तमाम कांवड़िए गंगा जल लेकर वापसी प्रस्थान कर चुके थे। उनमें अधिकांश अपने गंतव्य तक पहुंच चुके हैं और जो बाद में आए वे वापसी की राह पर हैं। चूंकि 2 अगस्त को जलाभिषेक होना है इसलिए अंतिम दौर में पैदल कांवड़िए बेहद सीमित संख्या में दिख रहे हैं। इसके विपरीत दो पहिया और चार पहिया वाहनों से राजमार्ग पटा पड़ा है। व्यवस्था बनाए रखने के मामले में हालांकि अब प्रशासन के हाथ में कुछ है नहीं लेकिन फिर भी उमसभरी गर्मी और चिलचिलाती धूप में तमाम होमगार्ड्स, रिजर्व पुलिस बल, पी ए सी आदि के साथ सिविल पुलिस निचले कर्मचारी से लेकर उच्च अधिकारी तक मौके पर डटे हुए हैं। उनका फोकस अब इस बात पर है कि कांवड़ियों के ही वाहन में खराबी या किसी और कारण से राजमार्ग बाधित न हो, उनकी अपनी यात्रा बाधित न हो। खुद एस एस पी प्रमेंद्र डोभाल व्यवस्था पर दिन रात नजर रख रहे हैं। एस पी देहात और एस पी सिटी खुद मौके पर खड़े होकर यातायात संचालन कर रहे हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि अभी कल तक यही व्यवस्था रहनी है।