खानपुर क्षेत्र में खूब सक्रिय हो रहे हैं जिला पंचायत अध्यक्ष

एम हसीन

रुड़की। जिला पंचायत के अध्यक्ष किरण चौधरी उर्फ राजेंद्र सिंह अब बड़ी राजनीति में अपनी भूमिका अदा करना चाहते हैं। जैसा कि होता ही है, जिला पंचायत का अध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद अब वे विधानसभा में प्रवेश करना चाहते हैं और इसके लिए उन्होंने खानपुर विधानसभा क्षेत्र का चुनाव किया है जहां वे इन दिनों खूब राजनीतिक भूमि गोड रहे हैं। सवाल यह है कि क्या वे टिकट हासिल कर सकते हैं?

गौरतलब है कि किरण चौधरी गुर्जर बिरादरी से आते हैं और हरिद्वार जिले में यह पिछड़े वर्ग की दूसरी बड़ी बिरादरी है। इसे पार्टी दो विधानसभा टिकट का तक का तोहफा देती रही है और एक दौर में खानपुर के विधायक के रूप प्रणव सिंह चैंपियन विधानसभा का प्रतिनिधित्व करते रहे हैं। इस क्रम में पार्टी की ओर से गुर्जर बिरादरी को जिला पंचायत और जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष पदों के तोहफे भी मिलते रहे हैं। आज भी किरण चौधरी भाजपा के ही जिला पंचायत अध्यक्ष के रूप में काम कर रहे हैं, जिन्हें 2022 के पंचायत चुनाव में पार्टी ने निर्वाचित कराया था। दूसरी ओर इस विधानसभा में गुर्जर बिरादरी का प्रतिनिधित्व खत्म हो गया था।

वैसे कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन हाल-फिलहाल सक्रिय हैं और वे पार्टी टिकट के दावेदार भी हैं। ठीक इसी प्रकार इसी सीट पर पिछला चुनाव बसपा के टिकट पर लड़े रविन्द्र पनियाला और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सुभाष वर्मा सहित गुर्जर बिरादरी के कुछ दूसरे चेहरे भी खानपुर सीट पर पार्टी टिकट की उम्मीद कर रहे हैं। लेकिन लग यह रहा है कि पार्टी राजनीतिक प्रतिनिधित्व के मामले में अब नए चेहरों को तरजीह दे रही है, जैसे कि जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में ही पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष और वरिष्ठ पार्टी नेता चौधरी राजेंद्र सिंह के दावे को नजरअंदाज कर किरण चौधरी को आगे किया गया था। यही स्थिति विधानसभा चुनाव को लेकर बनती दिखाई दे रही है और इसका सबसे ज्यादा लाभ व्यक्तिगत रूप से किरण चौधरी के ही खाते में जाता दिख रहा है। ध्यान रहे कि किरण चौधरी 2021 से ही व्यक्तिगत रूप से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की व्यक्तिगत सूची में शामिल रहे हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव की पूर्व संध्या पर जब 2021 में मुख्यमंत्री ने पिछड़ा वर्ग की मुहिम जगाई थी तब किरण चौधरी अग्रणी चेहरे के रूप में सामने आए थे। इसी का लाभ उन्हें जिला पंचायत चुनाव में मिला था। वैसे किरण चौधरी को आर एस एस लॉबी का लाभ भी मिलता रहा है क्योंकि उनके पिता डॉ रामपाल संघ संगठन में ऊपर तक पहचाना हुआ चेहरा हैं। इसी प्रकार उन्हें न्यायिक और नौकरशाही क्षेत्र का लाभ भी मिलता रहा है क्योंकि उनके परिजन ऊंचे पदों पर रहते आए हैं। जिले की राजनीति में प्रभावी भाजपा नेताओं की निगाहों में भी किरण चौधरी चढ़े हुए हैं। इसका लाभ, अगर विधानसभा टिकट मांगते हैं तो, उन्हें निश्चित रूप से मिल सकता है।