भाजपा जिला अध्यक्ष डॉ मधु सिंह को भेंट किया गया सरोपा

संवाद सहयोगी

रुड़की। सिख धर्म के चौथे गुरु श्री गुरु रामदास जी के प्रकाश उत्सव के पावन अवसर पर रुड़की के प्रमुख गुरुद्वारे में एक भव्य धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी हरिद्वार जिला अध्यक्ष डॉ मधु सिंह ने पार्टी पदाधिकारियों के साथ गुरुद्वारे पहुंचकर श्रद्धा भाव से माथा टेका और गुरु साहिब से प्रदेश एवं राष्ट्र की सुख-शांति, समृद्धि तथा भाईचारे की कामना की।

गुरुद्वारा परिसर में उपस्थित संगत ने डॉ मधु सिंह एवं भाजपा प्रतिनिधियों का गर्मजोशी से स्वागत किया। गुरुद्वारे के प्रधान सरदार हरमीत सिंह दुआ ने उन्हें सिरोपा (सम्मान वस्त्र) भेंट कर सम्मानित किया। इस दौरान गुरुवाणी का पाठ किया गया और कीर्तन दरबार में हाजिरी देकर सभी ने आध्यात्मिक शांति की अनुभूति प्राप्त की।

इस अवसर पर डॉ मधु सिंह ने कहा कि गुरु रामदास जी का जीवन सेवा, करुणा, विनम्रता और मानवता की प्रेरणा देता है। उनका सिखाया गया संदेश आज के युग में और अधिक प्रासंगिक है, जहां समाज को आपसी प्रेम, सहयोग और एकता की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सभी धर्मों और समुदायों का सम्मान करती है और हर धार्मिक उत्सव में सहभागिता कर देश की सांस्कृतिक विविधता को एकता में पिरोने का कार्य करती है।उन्होंने गुरुद्वारा समिति के सेवाभावी कार्यों की सराहना की और कहा कि गुरुद्वारों में प्रतिदिन सच्ची सेवा और समर्पण का जो भाव देखने को मिलता है, वह पूरे समाज के लिए उदाहरण है। भाजपा सदैव गुरुओं की शिक्षाओं पर चलकर समाज को एकजुट करने में विश्वास रखती है।

कार्यक्रम में भाजपा नेता सुशील त्यागी, जिला महामंत्री अरविंद गौतम, सोनू धीमान, भीम सिंह, प्रदीप पाल, सावित्री मंगला, सतीश सैनी,मीडिया प्रभारी पंकज नंदा, मनोज नायक, रेलवे बोर्ड सदस्य पूजा नंदा, नितिन त्यागी, दीपक पांडे, आदित्य रोड, सरदार धर्मेंद्र सिंह, ममता चहल, विकास पाल, किरण भाटिया, सरदार हरमीत सिंह दुआ, सरदार धर्म सिंह, सरदार अर्जुन सिंह, सरदार गोविंद सिंह, सरदार सुरजीत सिंह, सरदार हरविंदर सिंह, सहित कई पार्टी कार्यकर्ता और स्थानीय गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। गुरुद्वारा परिसर में लंगर का आयोजन भी किया गया, जिसमें सभी ने प्रसाद ग्रहण किया और भाईचारे का संदेश दिया। समापन पर अरदास कर गुरु साहिब से सभी के कल्याण की प्रार्थना की गई।