उनसे हम अधिकार पूर्वक करा सकते हैं अपने समुदाय के लिए काम
एम हसीन
रुड़की। ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहाद उल मुसलमीन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ नैयर काजमी ने अपनी पार्टी का समर्थन मेयर पद की निर्दलीय प्रत्याशी श्रेष्ठा राणा को दिया है। राजनीतिक क्षेत्रों में उनके इस कदम को बेहद प्रासंगिक और वक्त की जरूरत करार दिया जा रहा है। साथ ही इसे शहर की नुमाइंदगी शहर के भीतर लाने की कामयाब कोशिश माना जा रहा है।
गौरतलब है कि नगर में राजनीतिक रूप से केवल भाजपा और कांग्रेस का अस्तित्व कायम है। स्वाभाविक रूप से मुस्लिम समुदाय का समर्थन केवल कांग्रेस को मिलता रहा है और मुस्लिम समाज अपना राजनीतिक-सामाजिक प्रभाव खोता जा रहा है। चूंकि संगठन की राजनीति में कांग्रेस भी मुस्लिम समाज को पूरे तौर पर उपेक्षित करती आ रही है इसलिए लंबे समय से मुस्लिम समुदाय के लिए किसी तीसरे विकल्प की जरूरत महसूस की जा रही थी। यह भी अहम है कि हालांकि नगर में डॉ नैयर काजमी का अपना कद और मजलिस इत्तेहाद उल मुसलमीन का अपना प्रभाव है, लेकिन डॉ काजमी भी और मजलिस भी यहां सामाजिक समस्याओं और मुद्दों को समग्र परिप्रेक्ष्य में उठाते आए हैं।
अन्य शब्दों में, दोनों ही धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांतों के अनुरूप काम करते आए हैं। इसी कारण जब श्रेष्ठा राणा ने बतौर निर्दलीय अपना नामांकन किया तो मजलिस को लेकर डॉ काजमी उनके साथ आ गए। इससे मुस्लिम समुदाय में व्यापक विभाजन होने की सम्भावना घाटी है और श्रेष्ठा राणा की स्थिति मजबूत होने की संभावना बढ़ी है। डॉ काजमी ने श्रेष्ठा राणा के चुनावी कार्यालय के उद्घाटन अवसर पर बड़ा सारगर्भित भाषण भी दिया और समग्र समाज से उन्हें विजई बनाने की अपील की।