प्रभारी की उपस्थिति में बढ़ सकती है आवेदकों की संख्या
एम हसीन
रुड़की। भाजपा में आवेदनों की कोरम काल हो जाने के बाद अब कांग्रेस में आवेदनों की झड़ी लगी दिखाई दे रही है। पूर्व मेयर यशपाल राणा की पत्नी, पूर्व पार्षद श्रेष्ठा राणा के अलावा सचिन गुप्ता की पत्नी पूजा गुप्ता, हाजी सलीम खान की पत्नी जहांआरा बेगम, निवर्तमान पार्षद बेबी खन्ना की पत्नी रेणु खन्ना के अलावा महानगर कांग्रेस अध्यक्ष राजेंद्र चौधरी एडवोकेट की पुत्री पूर्णिमा चौधरी सहित कई लोगों ने अपने आवेदन पिछले दो दिनों में राजेंद्र चौधरी के आवास पर पहुंचकर दाखिल दफ्तर कर दिए हैं। आवेदनों की संख्या 23 दिसंबर को और बढ़ सकते हैं। महानगर कांग्रेस द्वारा प्रदान की गई जानकारी के अनुसार पार्टी के प्रभारी सुरेंद्र शर्मा 23 दिसंबर को रुड़की पहुंचेंगे और कार्यकर्ताओं से भेंट कर चुनाव और प्रत्याशियों के चयन को लेकर उनका फीड बैक लेंगे। पार्टी में कई और दावेदार ऐसे दिखाई दे रहे हैं जिन्होंने अभी आवेदन प्रस्तुत नहीं किया है। वे प्रभारी को आना आवेदन सौंप सकते हैं।
महानगर में कांग्रेस सनातन रूप से तीसरे नंबर की पार्टी रही है। केवल 2019 के चुनाव में यशपाल राणा के भाई रेशू राणा ने चुनाव लड़ते हुए उसे दूसरे नंबर की पार्टी बनाया था। अब एक बार फिर पार्टी के टिकट को लेकर उत्साह नजर आ रहा है। इसके दो कारण हैं। एक, मुस्लिम मतदाता के सामने अभी, नामांकन न होने के कारण, तीसरा विकल्प नहीं है। दो, सचिन गुप्ता ने पिछले दो सालों में अपने व्यक्तिगत प्रयासों से पार्टी के मूलभूत वोट बैंक को मोबाइलाइज रखा है। पिछले विधानसभा चुनाव में प्रदीप बत्रा के मुकाबले बेहद नजदीक जाकर हारे यशपाल राणा के आभामंडल ने भी काफी हद तक पार्टी को जिंदा रखा है। विधानसभा चुनाव के बाद से ही एक ओर सचिन गुप्ता खुद को प्रत्याशी मानकर महानगर को मथते आ रहे हैं; दूसरी ओर यशपाल राणा ने भी कभी पूछे जाने पर यह नहीं कहा कि वे चुनाव नहीं लड़ेंगे। इसी कारण उनका समर्थक वर्ग उनके साथ खड़ा रहा और कांग्रेस को मुकाबले की पार्टी मानकर उसके टिकट के दावेदारों की संख्या बढ़ती रही। यह समाचार लिखे जाने तक यह संख्या आधा दर्जन तक पहुंच चुकी थी और इसके मजीद बढ़ने की संभावना जताई जा रही थी।