पी आई बी की विज्ञप्ति में दी गई जानकारी

संवाद सहयोगी

रुड़की। सोशल मीडिया को नियंत्रित करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा संसद में लाए जाने वाले विधेयक के पास हो जाने के बाद जो संस्थाएं इस मामले में तकनीकी रूपरेखा तैयार करेंगी, उनमें आई आई टी रुड़की भी एक होगी। केंद्रीय मंत्री अश्वनी वैष्णव द्वारा गत दिवस संसद में सवालों का जवाब देते हुए उपरोक्त जानकारी दी गई।

गौरतलब है कि सोशल मीडिया को नियंत्रित करने के लिए केंद्र सरकार संसद के चालू सत्र में ही विधेयक पेश करने की तैयारी में है। इस संदर्भ में केंद्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी, रेलवे एवं सूचना प्रसारण मंत्री अश्वनी वैष्णव ने कहा कि डिजिटल युग में फर्जी खबरों से निपटना एक बड़ी चुनौती है। कोई बड़ी बात नहीं कि इसके लिए सरकार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से तकनीकी तौर पर कार्य कर रही है। बताया गया है कि इस सिलसिले में आई आई टी रुड़की डेटा में पूर्वाग्रह कम करने के लिए सिंथेटिक डाटा उत्पन्न करने की विधि का डिजाइन तैयार करेगी और उसका विकास करेगी। इस मामले में जवाबदेह ए आई के लिए मशीन लर्निंग प्रक्रिया में पूर्वाग्रह को कम करने की रूप रेखा तैयार होगी।