हरिद्वार विधायक मदन कौशिक का फोटो भी हुआ गायब
एम हसीन
रुड़की। महानगर में भाजपा के मेयर चेहरे को लेकर कुहासा लगातार छंटता जा रहा है। हालात का इशारा यह है कि बाजी चेरब जैन के पाले में पहुंच चुकी है। चेरब जैन द्वारा महानगर क्षेत्र में लगाए गए नए होर्डिंग्स से तो कम से कम यही जाहिर होता है। इस बीच आज रुड़की आए महानगर में भाजपा के निकाय चुनाव प्रभारी रवि मोहन अग्रवाल के उत्साह से यही जाहिर हुआ कि इस बार भाजपा रुड़की में हारने के लिए चुनाव लड़ने नहीं जा रही है।
महानगर क्षेत्र में चेरब जैन का उदय महज छः महीने पहले हुआ था। और आज महानगर भाजपा के हालात उनके अनुरूप ढले हुए नजर आ रहे हैं। यही इस बात का प्रमाण है कि चेरब जैन इस अभियान पर अपनी मर्जी से निकले हैं और न ही अपनी मौजूदा पोजीशन पर वे अपने प्रयासों से पहुंचे हैं। हालात का इशारा यह है कि उन्हें किसी ने इस अभियान का चेहरा बनाया था और जिसने यह सब किया था उसी ने उनकी आज की स्थिति की पटकथा लिखी है। जैसा कि सब जानते हैं कि चेरब जैन रुड़की के पूर्व विधायक सुरेश जैन के दिवंगत हो चुके भाई साधुराम जैन के पौत्र हैं। उनके पिता कमल जैन ऋषिकेश में व्यवसाय करते हैं और वे राजनीतिक संबंध विकसित करने के माहिर हैं। इसका अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता कि 2017 में भाजपा में जब सुरेश जैन का टिकट कट गया था तो उन्होंने खड़े पैर उनके लिए कांग्रेस का टिकट जुगाड लिया था। जैन परिवार के निकट रहने वाले सूत्र इस बात का इशारा करते हैं कि 2017 के बाद जैन परिवार में बिखराव हुआ और सब अलग-अलग हो गए। इसके साथ ही नगर में सुरेश जैन की राजनीतिक विरासत पर कब्जा करने का अभियान चेरब जैन ने छेड़ा। लेकिन इस काम को उन्होंने सुरेश जैन के साथ पूरी दूरी बरकरार रखते हुए किया। अपने अभियान के शुरुआती तीन महीनों में उन्होंने अपने होर्डिंग्स पर किसी भी राजनीतिक का फोटो नहीं लगाया। यह स्थिति तब रही जब उनसे ज्यादा होर्डिंग्स पिछले छः महीनों में किसी और दावेदार ने नहीं लगाए। फिर जब “परम नागरिक” ने इस बाबत सवाल उठाया तो उन्होंने हरिद्वार विधायक, पूर्व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और पूर्व कैबिनेट मंत्री, स्थानीय सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत के खास मदन कौशिक का फोटो अपने होर्डिंग्स पर लगाया। लेकिन दंगल आयोजन में उन्होंने मंच मदन कौशिक के साथ भी शेयर नहीं किया। मदन कौशिक के साथ भी वे पिछले 28 नवंबर को मंचस्थ हुए। अवसर खुद उनके द्वारा लगाए गए स्वास्थ्य शिविर का था।
लेकिन इसके बाद, सप्ताह भर के भीतर ही उनके होर्डिंग्स पर मदन कौशिक के फोटो गायब हो गए और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ नगर विधायक प्रदीप बत्रा के फोटो आ गए। इससे यह जाहिर होता है कि अब वे भाजपा के सबसे इनर सर्कल में पहुंच गए हैं और मेयर टिकट लगभग उनकी पहुंच के भीतर आ गया है। दूसरी ओर रुड़की पहुंचे रवि मोहन अग्रवाल ने कार्यकर्ताओं के बीच जिस प्रकार जीत की भावना जगाने की कोशिश की उससे यही लगता है कि 2025 में भाजपा का लक्ष्य “महानगर रुड़की विजय” का है।
