चौधरी यशवीर सिंह के विधायक काल में उनके निकट सहयोगी रहे वर्तमान पार्षद विवेक चौधरी अब हैं प्रदीप बत्रा के खास
एम हसीन
रुड़की। भाजपा दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है। जाहिर है कि ऐसा इसलिए है क्योंकि उसके पास कार्यकर्ताओं की फौज बहुत बड़ी है। उसके पास खर-पतवार है तो बेहतरीन इंटेलीजेंट भी हैं, निरक्षर, अल्प शिक्षित और अर्ध शिक्षित हैं तो उच्च शिक्षा प्राप्त, विषयों के जानकर और बेहतर प्लानर भी हैं। ऐसे में कोई ताज्जुब की बात नहीं कि उसके पास रुड़की में मेयर पद के टिकट के दावेदारों की संख्या भी सबसे ज्यादा है। इनमें ऐसे कार्यकर्ता भी हैं जिनकी योग्यता, क्षमता और कर्मशीलता पर कोई बहस नहीं हो सकती। जो निकाय की राजनीति के इतने बड़े जानकर नहीं हैं जितने निकाय के संचालन के। जो नियमों-कानूनों को बेहतर ढंग से जानते-समझते हैं और संसदीय परम्पराओं के तहत काम करने का हुनर भी जानते हैं। जो नगर की आवश्यकताओं और निकाय की क्षमताओं को भी जानते हैं और उसकी हदों को भी। यह अलग बात है कि ऐसे लोग खुद खुलकर पद पर उतना दमदार दावा नहीं कर रहे हैं जितना दमदार दावा कई लोग कर भी रहे हैं।
ऐसे ही दावेदारों में नाम विवेक चौधरी का है। विवेक चौधरी गौरव गोयल के बोर्ड में पार्षद चुने गए थे। वे पूर्व विधायक चौधरी यशवीर सिंह के सहयोगी रह चुके हैं जो पहले नगर पंचायत झबरेड़ा के अध्यक्ष रहे थे। फिर उनकी पत्नी नगर पंचायत अध्यक्ष चुनी गई थी और फिर उनके पुत्र डॉ गौरव चौधरी इस पद पर आए थे। इस पूरी अवधि में विवेक चौधरी उस परिवार के निकट सहयोगी रहे थे। उसके पश्चात वे खुद पार्षद चुने गए थे। कोई बड़ी बात नहीं कि नगर पालिका अधिनियम से लेकर नगर निगम अधिनियम तक के वे स्वाभाविक जानकर हैं। उनकी जानकारी इसलिए कुछ अधिक है क्योंकि वे जानने-समझने के इच्छुक भी रहते हैं। फिलहाल विवेक चौधरी भाजपा की राजनीति कर रहे हैं और नगर विधायक प्रदीप बत्रा के वे निकट सहयोगी हैं। विवेक चौधरी बतौर पार्षद एक कार्यकाल पूरा कर रहे हैं और अब उनकी निगाह मेयर पद पर है। बिरादरी से वे जाट हैं लेकिन उन्होंने अपनी जातीय पहचान को कायम रखने के साथ-साथ सामाजिक पहचान भी हासिल की है। उनकी मेयर टिकट पर दावेदारी मुखर नहीं है लेकिन गंभीर है। आमतौर पर उनकी दावेदारी को तब महत्वपूर्ण देखा जा रहा है जब निकाय पिछड़े वर्ग के लिए आरक्षित हो जाए। कोई बड़ी बात नहीं कि तब प्रदीप बत्रा और भाजपा दोनों ही उनकी दावेदारी को पूरी गंभीरता से देखे।