मुखानी मामले को लेकर भड़की कांग्रेस

संवाद सहयोगी

देहरादून 15 अक्टूबर। उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा ने हल्द्वानी के मुखानी में 15 वर्षीय नाबालिग युवती के साथ हुई सामूहिक बलात्कार की घटना की कठोर शब्दों में निन्दा करते हुए इसे देवभूमि उत्तराखण्ड को एक बार फिर से कलंकित करने वाली घटना बताया है।
प्रदेश में लगातार घट रही बलात्कार और सामूहिक बलात्कार की घटनाओं पर गहरी चिंता प्रकट करते हुए करन माहरा ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सरकार की लचर और लंगडी कानून व्यवस्था के चलते अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि उन्हें कानून एवं पुलिस का कोई भय नहीं है तथा निर्भीक होकर सामूहिक बलात्कार जैसे जघन्य अपराध की घटनाओं को लगातार अंजाम देते आ रहे हैं।

करन माहरा ने कहा कि पिछले दो वर्ष के अंतराल में देश में महिलाओं पर लगातार अत्याचार की घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हुई है, बलात्कार और सामूहिक बलात्कार की घटनाओं ने देवभूमि का शर्मसार कर दिया है तथा राज्य की कानून व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है। उन्होंने कहा कि अंकिता भंडारी हत्याकांड से लेकर बहादराबाद में 14 वर्षीय नालिग के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना हो या आईएसबीटी देहरादून में नाबालिग अल्पसंख्यक बेटी के साथ सामूहिक दुराचार और रूद्रपुर में अल्पसंख्यक महिला नर्स के साथ बलात्कार की घटना तथा उत्तरकाशी जनपद में चार नाबालिग दलित बेटियों के साथ बलात्कार की घटना तथा अब हल्द्वानी के मुखानी में 15 वर्षीय नाबालिग युवती से सामूहिक बलात्कार, ये सभी घटनायें मानवता को शर्मशार तथा देवभूमि को कलंकित करने वाली घटनायें हैं। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार पिछले दो वर्ष में महिलाओं के साथ बलात्कार व अत्याचार की घटनायें हुई हैं उससे मां-बाप अपनी बटियों को घर से बाहर भेजने से भी कतरा रहे हैं। उनके मन में असुरक्षा की भावना बढती जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हो रहे इस प्रकार के जघन्य एवं अक्षम्य अपराधों से सरकार की महिला सुरक्षा के प्रति संवेदनहीनता भी उजागर हुई है। उन्होंने कहा कि इन घटनाओं से ऐसा प्रतीत होता है कि प्रदेश में पूरी तरह जंगलराज कायम हो चुका है तथा सरकार नाम की कोई चीज नहीं रह गई है। उन्होंने मांग की है कि मुखानी में हुई बलात्कार की घटना के दोषियों के खिलाफ कडी दंडात्मक कार्रवाई अमल मे लाकर नजीर पेश की जाय ताकि ऐसे जघन्य अपराध करने वालों के मन में कानून का डर दिखाई दे और प्रदेश की बेटियां अपने को सुरक्षित महसूस कर पायें।