संविधान बचाओ महागठबंधन की बैठक में उठे तमाम सवाल
संवाद सहयोगी
देहरादून। संविधान बचाओ गठबंधन के पदाधिकारियों की एक बैठक कनाट प्लेस चकराता रोड पर सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता श्रीमती रईस फातिमा ने और संचालन समाजवादी अल्पसंख्यक सभा के राष्ट्रीय सचिव एवं संविधान बचाओ गठबंधन के पदाधिकारी गुलफाम अली ने किया।
बैठक में उत्तराखंड में मुसलमानों पर हो रहे अत्याचार पर चिंता व्यक्त की गई और सरकार व प्रशासन से मांग की गई कि वह मुसलमानों का उत्तरकाशी, पुरोला, नंदग्राम चमोली, टिहरी और धारचूला में उत्पीडन करने व मुसलमानों के घरो व दुकानों में तोड़ फोड़ करने वालों व मुसलमानों को पहाड़ों से जबरन पलायन पर मजबूर करने वालों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करे। साथ ही रूद्रपुर नर्स हत्या काण्ड व सोहलपुर गाड़ा के जिम ट्रेनर वसीम अहमद उर्फ मोनू हत्या काण्ड की सीबीआई जांच की मांग की गई।
सविथान बचाओ महागठबन ने इस बैठक में कहा कि अगर कोई अपराध करता है तो उसे कानून के अनुसार सजा मिलनी चाहिए। अपराधी के पूरे समाज को दोषी नहीं मानना चाहिए। बैठक में संविधान बचाओ गठबंधन को ग्रास रूट पर मजबूत करने का निर्णय लिया गया और समाज के दबे कुचले समाज के लोगों की लड़ाई हर स्तर पर लड़ने का निर्णय लिया गया है।
बैठक में मुख्य रूप से प्रेस एसोसिएशन आफ इंडिया के अध्यक्ष डाक्टर इफ्तिखार त्यागी, आम आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष आजाद अली, प्रदेश सचिव नासिर अहमद, उत्तराखंड बार एसोसिएशन की पूर्व अध्यक्ष एडवोकेट रजिया बेग, पूर्व जिला पंचायत सदस्य राव नसीम अहमद, समाजवादी अल्पसंख्यक सभा के राष्ट्रीय सचिव गुलफाम अली, समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष वरिष्ठ नेता फुरकान अहमद कुरैशी, रेड क्रॉस सोसाइटी के अध्यक्ष डाक्टर सलीम अंसारी, वसीम अहमद व मुहम्मद फारूक अहमद आदि ने भाग लिया।