बच्चों ने भारतीय सेना के जवानों के साथ बांटी खुशियाँ और किया आभार

संवाद सहयोगी

रुड़की। प्यार, सम्मान और देशभक्ति के भाव से ओत-प्रोत, बचपन प्ले स्कूल, रुड़की के नन्हे-मुन्ने बच्चों ने इस बार रक्षा बंधन का पर्व खास अंदाज़ में कैंटोनमेंट एरिया में बहादुर सैनिकों के साथ मिलकर मनाया। इस आयोजन का उद्देश्य देश के रक्षकों का सम्मान करना और बच्चों में कृतज्ञता, सम्मान तथा भावनात्मक जुड़ाव के मूल्यों को विकसित करना था। स्कूल प्रबंध तंत्र ने इसके लिए खास व्यवस्था की थी।

इस दौरान बच्चों ने सैनिकों की कलाई पर खूबसूरत हस्तनिर्मित राखियाँ बांधीं, जो उनके प्यार और उनकी सुरक्षा के लिए की गई प्रार्थनाओं का प्रतीक थीं। यह कार्यक्रम मुस्कानों, आत्मीय बातचीत और सैनिकों व बच्चों के बीच यादगार पलों से भरपूर रहा।

शिक्षकों ने बच्चों को समझाया कि रक्षा बंधन केवल भाई-बहन का त्योहार नहीं है, बल्कि यह सुरक्षा, देखभाल और निस्वार्थ भाव से हमारी रक्षा करने वालों के प्रति आभार व्यक्त करने का पर्व भी है। सैनिकों ने इस प्यारे स्नेहपूर्ण भाव पर खुशी जताई और कहा कि ऐसे पल उन्हें अपार आनंद और समुदाय से जुड़ाव का एहसास कराते हैं।

इस अवसर पर स्कूल की डायरेक्टर श्रीमती सविता सिंह ने कहा, “यह पहल सिर्फ एक त्योहार मनाने के बारे में नहीं थी, बल्कि हमारे बच्चों के लिए एक सार्थक सीखने का अनुभव था — असली जीवन के नायकों से मिलना, उनके बलिदानों को समझना और छोटी उम्र से ही आभार व्यक्त करना।”

इस आयोजन के माध्यम से बचपन प्ले स्कूल, रुड़की ने एक बार फिर यह साबित किया कि सच्ची शिक्षा कक्षा की चार दीवारों से बाहर जाती है — यह सहानुभूति, हमारे रक्षकों के प्रति सम्मान और देश के प्रति गर्व को विकसित करने के बारे में है।

कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जो काउंसलर श्रीमती उपासना द्वारा प्रस्तुत किया गया। उन्होंने सभी सैनिकों, शिक्षकों, अभिभावकों और बच्चों का इस विशेष अवसर को सफल बनाने के लिए हृदय से आभार व्यक्त किया और कहा कि ऐसे आयोजन बच्चों में देशभक्ति और मानवीय मूल्यों को मजबूत करते हैं।