डी एम ने हरिद्वार में घोषित किया हाइ अलर्ट, लोगों से नदियों के किनारे न जाने की अपील, गंगा में निर्धारित स्थानों पर ही स्नान करें लोग

संवाद सहयोगी

हरिद्वार। विष्णुप्रयाग बैराज में गाद जमा हो जाने के चलते बढ़े जल स्तर के मद्देनजर अलंकनंदा नदी में आज एकाएक बहाव की रफ्तार तेज हो गई है। बीती रात 1 बजकर 54 मिनट पर जो पानी का बहाव 112 क्यूमैक्स था उसमें 70 क्यूमैक्स की अतिरिक्त वृद्धि किए जाने के कारण है नदी में जल प्रवाह वर्तमान में 182 क्यूमैक्स हो गया है। इससे जिससे नदी के निचले हिस्सों में जल प्रवाह तीव्र हो सकता है और जलस्तर में अचानक वृद्धि की संभावना है। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने जल वृद्धि की संभावनाओं को देखते हुए जनता से अपील की कि नदीय तटीय इलाकों में जाने से बचें और गंगा में स्नान करते समय भी न की विशेष सावधानी बरतें बल्कि निर्धारित स्थानों पर ही स्नान करें। साथ ही उन्होंने हाइ अलर्ट की घोषणा करते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि प्रत्येक स्तर पर तत्परता एवं सुरक्षा बनाये रखते हुए आवागमन में नियंत्रण बरता जाये।

जिलाधिकारी ने कहा है कि किसी भी आपदा या दुर्घटना की स्थिति में त्वरित स्थलीय कार्यवाही करते हुए सूचनाओं का तत्काल आदान-प्रदान किया जायें। आपदा प्रबन्धन आई आर एस प्रणाली के नामित समस्त अधिकारी एवं विभागीय नोडल अधिकारी हाई अलर्ट में रहेंगे। समस्त राजस्व उपनिरीक्षक, ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत अधिकारी अपने क्षेत्रों में बने रहेंगे। समस्त चौकी और थाने भी आपदा सम्बन्धी उपकरणों एवं वायरलैस सहित हाई अलर्ट में रहेंगे। किसी भी अधिकारी या कर्मचारी के मोबाईल फोन स्विच ऑफ नहीं रहेंगे। अधिकारीगण बरसाती, छाता, टार्च, हैलमेट तथा कुछ आवश्यक उपकरण एवं सामग्री अपने वाहनों में अपने स्तर से रखने हेतु उचित कार्यवाही करेंगे। इस अवधि में लोगों के फँसे होने की स्थिति पर खाद्य सामग्री व मेडिकल सुविधा की व्यवस्था की जाये। नगर एवं कस्बाई क्षेत्रों में नालियों एवं कलवटों के अवरोधों को दूर किया जाये।