क्या मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की होगी भौतिक शिरकत?
एम हसीन
रुड़की। एडवोकेट और वरिष्ठ भाजपा नेता पंडित मनोहर लाल शर्मा की तेरहवीं की तिथि तय हो गई है और उनकी श्रद्धांजलि सभा के बड़े पैमाने पर आयोजन की तैयारी जारी है। केवल रुड़की शहर में ही नहीं बल्कि दूर-दूर तक होर्डिंग्स लगाए जा चुके हैं। स्थानीय पोर्टल्स पर कहीं खबरों के रूप में और कहीं विज्ञापन के रूप में ही श्रद्धांजलि सभा का विज्ञापन चल रहा है। कोई बड़ी बात नहीं कि कल तमाम समाचार पत्रों में भी श्रद्धांजलि सभा का बड़ा विज्ञापन प्रकाशित हो। पूरी तैयारी से साफ नजर आ रहा है कि पंडित मनोहर लाल शर्मा के वारिसों द्वारा बेहद व्यापक आयोजन की तैयारी है। ऐसे में सवाल यह है कि क्या मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी कल कार्यक्रम में शिरकत करेंगे? इस चर्चा ने इसलिए भी जोर पकड़ा है कि नगर विधायक प्रदीप बत्रा ने गत दिवस देहरादून में मुख्यमंत्री से भेंट की। समझा जाता है कि नगर विधायक इस सिलसिले को लेकर भी मुख्यमंत्री से मिले थे। इसका कारण यह है कि पंडित जी नगर विधायक के माध्यम से ही भाजपा में शामिल हुए थे।दूसरी बात, मुख्यमंत्री के अलावा इस श्रद्धांजलि सभा में और किन लोगों की शिरकत की उम्मीद है?
गौरतलब है कि पिछले 15 जून को दिवंगत हुए पंडित मनोहर लाल शर्मा ने उससे एक पखवाड़े पूर्व 30 मई को ही अपना 84वाँ जन्म दिवस मनाया था। हालांकि यह व्यापक आयोजन नहीं था, लेकिन पारिवारिक आयोजन में भी भाजपा के प्रदेश संगठन मंत्री अजय ने इसमें शिरकत की थी। उनके अंतिम संस्कार में हरिद्वार के भाजपा विधायक मदन कौशिक और रुड़की के भाजपा विधायक प्रदीप बत्रा के अलावा मेयर ललित मोहन अग्रवाल और रुड़की के सभी पूर्व मेयर्स, अधिवक्ताओं, सामाजिक लोगों, प्रशासनिक अधिकारियों सहित बड़े पैमाने पर सामान्यजन ने शिरकत की थी। भाजपा के हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह और कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत हालांकि अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हुए थे लेकिन वे बाद में अपनी संवेदना प्रकट करके जा चुके हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि अपने जीवन काल में पंडित मनोहर लाल शर्मा का सामाजिक व्यक्तित्व कितना हैवी वेट था। अब उनकी तेरहवीं पर होने वाला श्रद्धांजलि सभा आयोजन जाहिर है कि उनके लिए आयोजित किया जाने वाला अंतिम आयोजन होगा जिसमें सामान्यजन से लेकर विशिष्ट जन तक की दिलचस्पी होगी। यही कारण है कि पंडित जी के वारिस भी इसे वृहद बनाने की कोशिश कर रहे हैं। जाहिर है कि वे किसी को यह कहने का अवसर नहीं देना चाहते कि उसे पंडित जी के विषय में सूचना नहीं मिली।
जहां तक सवाल आयोजनों का है, पंडित जी ने अपने जीवन काल में सैकड़ों बड़े आयोजन किए। राजनीतिक आयोजनों के अलावा शैक्षिक आयोजन, धार्मिक आयोजन, विभिन्न विषयों पर आधारित सामाजिक आयोजन करने की वे अपनी वृहद परम्परा छोड़ कर गए हैं। यहां तक कि उन्होंने अपने बच्चों, भतीजा-भतीजियों के विवाह, पौत्र-पुत्रियों के मुंडन-जन्म दिवस आयोजन भी सदा वृहद रूप से ही किए। ऐसे में उनके वारिसों द्वारा किया जाने वाला यह श्रद्धांजलि आयोजन एक प्रकार से उनकी परंपरा का ही हिस्सा है। अपने जीवनकाल में पंडित जी राजनीतिक तौर पर क्षेत्र के सामान्यजन से ही नहीं बल्कि सत्ता के बड़े केंद्रों के साथ भी जब जुड़े तो गहराई से ही जुड़े। कांग्रेस के दिवंगत नेताओं अर्जुन सिंह और मोतीलाल वोरा के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री पंडित नारायण दत्त तिवारी के साथ उनके बेहद निकट संबंधों को क्षेत्र का बच्चा-बच्चा पहचानता रहा है। माखनलाल फोतेदार आदि के साथ भी उनके ऐसे ही संबंधों की चर्चा रही है। ऐसे में, जैसा व्यापक आयोजन उनकी श्रद्धांजलि सभा का आयोजन हो रहा है तो यह चर्चा जारी है कि क्या मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उसमें भौतिक रूप से शिरकत करेंगे? ध्यान रहे कि इस प्रकार के आयोजनों में मुख्यमंत्री इस प्रकार के आयोजनों में शिरकत के लिए रुड़की आते रहे हैं।पिछले साल वे पूर्व विधायक चंद्रशेखर प्रधान की श्रद्धांजलि सभा में शिरकत करने रुड़की आए थे। दूसरी बात, सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्ष कांग्रेस सहित राजनीतिक दलों के कौन-कौन लोग उनकी श्रद्धांजलि सभा में शिरकत करेंगे?