विधानसभा स्तरीय कार्यक्रम में भाग लेने 8 को मंगलौर क्षेत्र में आयेंगे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, घोषित हो सकती हैं मंगलौर क्षेत्र के लिए विकास की योजनाएं
एम हसीन
मंगलौर। अभी पहली ही तारीख की बात है जब मंगलौर भाजपा ने करतार सिंह भड़ाना की अगुवाई में तिरंगा रैली का आयोजन किया था। और अब एक सप्ताह बाद ही मंगलौर में ही भड़ाना एक अन्य वृहद आयोजन करने जा रहे हैं। अहम बात यह है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इस आयोजन के मुख्य अतिथि रहने वाले हैं। भड़ाना की यह सक्रियता और मुख्यमंत्री द्वारा उन्हें दिया जा रहा महत्व इस बात को रेखांकित करता है कि भड़ाना ने जो सुर और ताल यहां 2024 के उप-चुनाव में लगाई थी उसे वे यहीं 2027 में भी कंटिन्यू करना चाहते हैं और भाजपा, खासतौर पर मुख्यमंत्री की, उनके अभियान से सहमति है। इसी कड़ी के तहत, विधानसभा स्तरीय कार्यक्रम में शिरकत करने यहां आ रहे मुख्यमंत्री यहां के किया कुछ विकास घोषणाएं कर सकते हैं।
गौरतलब है कि करतार सिंह भड़ाना को भाजपा ने 2024 के मंगलौर उप-चुनाव में अपना प्रत्याशी बनाया था। तब भड़ाना को हैवी वेट प्रत्याशी माना गया था और इसे चुनाव परिणाम ने साबित भी किया था। वे कांग्रेस के साथ सीधे मुकाबले में महज ढाई सौ वोटों के अंतर से हारे थे। भाजपा को यह परिणाम यहां पहली बार हासिल हुआ था। इससे पहले कभी पार्टी इतने कम मार्जिन से तो हारी ही नहीं थी, वह सीधे मुकाबले में भी नहीं आ पाई थी। कितनी ही बार तो उसका समर्थन 5 हजार के आसपास ठहरता आया था। ऐसा इतिहास लेकर चलने वाली भाजपा के प्रत्याशी के रूप में जब भड़ाना ने 30 हजार से अधिक वोटों का समर्थन हासिल किया था तो आरोप धनबल से लेकर सत्ता के दुरुपयोग तक के भी लगे थे।
बहरहाल, इस परिणाम का ही असर है कि करतार सिंह भड़ाना ने 2024 में यहां 2027 में दोबारा चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी थी। इसी के तहत वे मंगलौर से अपना वास्ता कायम रखे हुए हैं। पिछले एक वर्ष में वे भाजपा के बैनर पर एक दर्जन के करीब कार्यक्रम कर चुके हैं। इसके अलावा मतदाताओं के साथ सुख-दुख के रिश्ते वे व्यक्तिगत रूप से भी निभाते आ रहे हैं और उन्होंने अपना एक प्रतिनिधि की स्थाई रूप से यहां नियुक्त किया हुआ है। उन्होंने कई अवसरों पर यहां के लिए आर्थिक घोषणाएं भी की हैं और कई घोषणाओं को अमली जामा भी पहनाया है। मसलन, पिछले दिनों उन्होंने क्षेत्र के हर गांव में 5 लाख रुपए की राशि से विकास कार्य कराने की घोषणा की थी। भाजपा के एक सूत्र का कहना है कि कई गांवों में उन्होंने इस घोषणा को निभाया है। यही स्थिति पार्टी कार्यक्रमों की है। मसलन, हाल ही में पार्टी ने तिरंगा आयोजन का कार्यक्रम निर्धारित किया था जो विधानसभावार किया गया था। भड़ाना ने यह कार्यक्रम अपनी अगुवाई में किया था। बताया जाता है कि वे तिरंगा यात्रा में ही मुख्यमंत्री की शिरकत कराना चाहते थे, लेकिन तब अन्यत्र व्यस्तता के कारण मुख्यमंत्री नहीं आ पाए थे। इसी की भरपाई के लिए मुख्यमंत्री ने 8 को अपना कार्यक्रम दिया है। देखना दिलचस्प होगा कि मुख्यमंत्री मंगलौर के विकास के लिए क्या घोषणा करके जाते हैं!