हरिद्वार में उपाध्यक्ष अंशुल सिंह ने बेशक किया है बेहतरीन काम
एम हसीन
रुड़की। हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण को फुल फ्लैग्ड उपाध्यक्ष पुष्कर सिंह धामी की मौजूदा सरकार ने ही करीब दो वर्ष पहले अंशुल सिंह के रूप में दिया था। पहले इस पद का दायित्व जिलाधिकारी के पास ही रहता आया था। कोई बड़ी बात नहीं कि तब एच आर डी ए काम भी रूटीन, अर्थात जिले में प्राधिकरण के स्वामित्व वाली रेजिडेंशियल स्कीम शुरू करना, निजी क्षेत्र की आवासीय कॉलोनियों के और भवनों के नक्शे पास करना, अवैध निर्माण पर रोक लगाना और नव विकसित कॉलोनियों में मार्ग निर्माण आदि करना आदि, ही करता था।
इसी के बीच जब संस्थान को फुल फ्लैग्ड उपाध्यक्ष दिया गया तो उनके लिए नई टास्क भी डिसाइड की गई। यह टास्क रूटीन से हटकर कुछ विशेष थी अर्थात अंशुल सिंह से कुछ अलग उम्मीदें लगाई गई थी। इन्हीं उम्मीदों पर अंशुल सिंह खरे उतरे हैं। नो डाउट उन्होंने हरिद्वार में स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्सिस एस्टेब्लिश करने के अलावा ब्यूटीफिकेशन के लिए कई शानदार उदाहरण प्रस्तुत किए हैं। लेकिन उनकी ऐसी ही उपलब्धियों का रुड़की में इंतेज़ार है। हरिद्वार में प्राधिकरण की दर्जन भर के करीब योजनाएं या पूर्ण हो चुकी हैं या फिर प्रगति की राह पर हैं। चूंकि प्राधिकरण का रूटीन वर्क ज्वाइंट सेक्रेटरी मनीष सिंह और आशीष मिश्रा सम्भाल रहे हैं इसलिए उपाध्यक्ष अंशुल सिंह का पूरा फोकस विशेष योजनाओं पर बना हुआ है और वे बेहतरीन रिजल्ट भी दे रहे हैं। लेकिन यह भी सच है कि उनकी लगभग तमाम योजनाएं केवल हरिद्वार में चल रही हैं।
रुड़की में, जैसा कि विभाग के एक सूत्र ने बताया कि एक आवासीय योजना के अलावा एक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स बनाया रहा है जो कि रोडवेज बस स्टैंड के सामने निर्माणाधीन है और एक नारसन में प्रवेश द्वार का निर्माण कार्य पूरा होने की स्टेज पर है। इसके अलावा विशेष योजना के नाम पर यहां कुछ नहीं हो रहा है और ऐसा कोई इशारा भी नहीं मिला है कि फिलहाल इस क्षेत्र में किसी विशेष योजना का प्रस्ताव विचाराधीन है। यही वह स्थिति है जो अंशुल सिंह की विचारधारा से मेल नहीं खाती। वे न केवल युवा आई ए एस अधिकारी हैं बल्कि कल्पनाशील और कार्मशील अधिकारी भी हैं। वे रुड़की के जॉइंट मजिस्ट्रेट रह चुके हैं, इसलिए यह भी नहीं कहा जा सकता कि वे इस क्षेत्र की स्थिति से अनभिज्ञ हैं। इसी कारण लोग अब इंतेज़ार इस बात का कर रहे हैं कि कब अंशुल सिंह के फोकस में रुड़की आता है और कब वे यहां के लिए भी विशेष योजनाएं लागू करते हैं।