प्राधिकरण में कई निर्माण कार्यों पर लगाई सील कई पर सील लगाया जाना अभी बाकी
एम हसीन
रुड़की। निचले स्तर के अधिकारियों के संरक्षण को काफी समझकर हरिद्वार विकास प्राधिकरण से स्वीकृत नक्शे को धता बताते हुए निर्माण कार्य कर रहे निर्माणकर्ताओं पर प्राधिकरण के बड़े अधिकारियों के आदेशों के गाज गिरने का क्रम जारी है। आज फिर प्राधिकरण के संयुक्त सचिव के आदेश पर इस प्रकार स्वीकृत मानचित्र के विपरीत निर्मित किए गए भवन सील किए जाने की कार्यवाही की गई। पिछले कई दिनों से यूं भवन सील किए जाने का सिलसिला चल रहा है। यह खबर लिखे जाने तक ऐसे कई भवन सील किए जा चुके हैं जबकि कई का सील होना अभी बाकी है।
नगर में नजूल की भूमि समेत हर प्रकार की भूमि पर निर्माण के नक्शे स्वीकृत किए जाने का मार्ग प्राधिकरण पहले प्रशस्त कर चुका है। नियमपूर्वक बने नक्शों को आवश्यक अर्हताएं पूरी करने के बाद स्वीकृत किया जा रहा है। प्राधिकरण के अध्यक्ष विनय शंकर पांडे, उपाध्यक्ष अंशुल सिंह और संयुक्त सचिव मनीष सिंह के अलावा ज्वाइंट मजिस्ट्रेट आशीष मिश्रा प्राथमिकता के आधार नक्शे स्वीकृत किए जाने के काम को गति प्रदान कर रहे हैं। इसके बावजूद विभिन्न भवन सील किए जाने की कार्यवाही लगभग रोज ही की जा रही है। इसका कारण यह बताया जा रहा है कि भवन निर्माता निचले क्रम के अधिकारियों के साथ मिली भगत करके या उनकी अन्य कार्यों में व्यस्तता का लाभ उठाते हुए मनमाने ढंग से निर्माण कर रहे हैं। कई भवन स्वामी पार्किंग के मानकों को महत्व नहीं दे रहे हैं और कई सुरक्षा और जल निकासी आदि के मामलों को नजरअंदाज कर रहे हैं। इसकी शिकायत जब उच्चाधिकारियों के पास पहुंचती है तो न तो निचले अधिकारियों का संरक्षण उनके काम आता है और न ही अधिकारियों की व्यस्तता उन्हें राहत दे पाती है। संयुक्त मजिस्ट्रेट या संयुक्त सचिव के आदेश पर निचले स्तर के अधिकारियों को ही सील की कार्यवाही करना पड़ रही है।
इस क्रम में आज मोहल्ला सोत में हाजी महबूब-मो० यूसुफ द्वारा किए जा रहे भवन निर्माण को स्वीकृत मानचित्र से विचलन करते हुए पाए जाने पर अवैध निर्माण माना गया और प्राधिकरण की रुड़की शाखा टीम द्वारा सील कर दिया गया। इसी प्रकार ग्राम नन्हेड़ा में जावेद द्वारा किए गए निर्माण को और माधोपुर में किए गए जावेद के निर्माण को अवैध मानकर सील किया गया। ग्राम नन्हेड़ा में ही विवेक अग्रवाल के निर्माण को और पनियाला-चंदापुर में पंडित जी द्वारा नया बाईपास मार्ग पर किया जा रहा निर्माण सील कर दिया गया। इससे पूर्व विगत दिवस गणेशपुर में लोकेश कुमार द्वारा किए गए निर्माण को और आसफनगर में मदर डेरी के बगल में श्रीमती मगन द्वारा किए जा रहे निर्माण को सील किया गया था। सभी पर आरोप था कि उन्होंने स्वीकृत मानचित्र के विपरीत निर्माण कार्य किया है। इस कार्रवाई के बाद अब आरोप यह भी लग रहा है कि प्राधिकरण की टीम द्वारा स्वीकृत नक्शों के विपरीत किया जा रहे सभी निर्माण कार्यों को एक तरफा सील नहीं किया जा रहा है। बल्कि केवल उन्हीं निर्माण कार्यों पर सील लगाई जा रही है जिनकी किसी न किसी स्तर पर शिकायत हो रही है। जाहिर है कि जिनकी शिकायत आज नहीं हुई है उनकी शिकायत कल हो सकती है और फिर उन पर भी सील की कार्रवाई की जा सकती है।