शिकायत मिलने पर सीबीआई ने जाल फैला कर की कार्यवाही
संवाद सहयोगी
नई दिल्ली। एक शिकायत पर कार्यवाही करते हुए।केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो ने पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के वरिष्ठ महाप्रबंधक को मुंबई स्थित एक निजी कंपनी के उप महाप्रबंधक सहित 2.4 लाख रुपये की रिश्वत का लेन-देन करते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है। बताया गया है कि यह रकम निजी कंपनी के आरोपी उप महाप्रबंधक द्वारा उक्त वरिष्ठ महाप्रबंधक को दी गई थी। यह रिश्वत कथित तौर पर निजी कंपनी को दी गई सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम की संविदा से संबंधित बिलों के प्रसंस्करण और पास करने में अनुचित लाभ पहुंचाने के लिए थी।
पीआईबी द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार अजमेर में पदस्थ पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के वरिष्ठ महाप्रबंधक, मुम्बई स्थित एक निजी कम्पनी, उक्त निजी कम्पनी के चार प्रतिनिधियों तथा अन्य अज्ञात व्यक्तियों सहित 6 आरोपियों के विरुद्ध मामला दर्ज किया था। आरोप था कि पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड का आरोपी लोक सेवक, अवैध परितोषण के बदले में निजी कम्पनी के आरोपी प्रतिनिधियों के साथ मिलीभगत कर, आरोपी निजी कम्पनी को दी गई पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड की संविदा से संबंधित बिलों के प्रसंस्करण तथा उन्हें पास करने में अनुचित लाभ पहुंचा रहा था। यह भी आरोप था कि परस्पर बातचीत होने के बाद, निजी कम्पनी के आरोपी प्रतिनिधि ने रिश्वत की राशि देने के लिए 19 मार्च को सीकर में एक निश्चित स्थान पर आरोपी लोक सेवक से मिलने का निर्णय लिया था।
यह जानकारी मिलने के बाद सीबीआई ने जाल बिछाया तथा निजी कम्पनी के आरोपी प्रतिनिधि से 2.4 लाख रुपये की रिश्वत राशि स्वीकार करते ही पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के आरोपी वरिष्ठ महाप्रबंधक को रंगे हाथों पकड़ लिया। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।सीकर, जयपुर और मोहाली में आरोपियों के आवासीय और आधिकारिक परिसरों में सीबीआई द्वारा तलाशी ली जा रही है, जिसके परिणामस्वरूप कई आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल डिवाइस बरामद हुए हैं। अन्वेषण जारी है।