दोनों बातों में तालमेल बिठाना हो रहा है मुश्किल साबित

एम हसीन

रुड़की। निकाय चुनाव की वोटिंग ई वी एम से नहीं बल्कि मतपत्र से हुई। ऐसे में मतदान के तत्काल बाद का अंतिम आंकड़ा जारी करना निर्वाचन आयोग के लिए आसान नहीं था, खासतौर पर तब, जब कई स्थानों पर शाम 7 बजे तक मतदान हुआ होने की खबरें भी हैं। इसके बावजूद आयोग ने न केवल अनन्तिम आंकड़ा जारी करने का करिश्मा किया बल्कि प्रशासन का आंकडा जिले भर में भारी मतदान होने का प्रत्यक्ष प्रमाण बन रहा है। ऐसे में ताज्जुब इस बात का है कि समूचा विपक्ष स्लो मतदान कराए जाने का, शाम 5 बजे ही मतदान को रोक देने का, वोटर लिस्ट से वोटरों का नाम गायब होने आदि का आम आरोप लगा रहा है। ऐसे आरोप मंगलौर से हरिद्वार तक आम लगाए गए। कई स्थानों पर प्रशासन और राजनीतिक कार्यकर्ताओं के बीच झड़पों के वीडियो भी जारी हुए। भगवानपुर में तो विधायक ममता राकेश के इन्हीं चीजों को लेकर फूट-फूट कर रोने का वीडियो भी जारी हुआ है।

प्रशासन द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार जनपद में सबसे ज्यादा मतदान सुल्तानपुर में हुआ जहां पहली बार नगर पंचायत का चुनाव हो रहा था और यहां 90.80 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। हालांकि यहां से किसी भी प्रकार के विवाद की कोई खबर समाचार लिखे जाने तक नहीं आई थी। यही स्थिति इमलीखेड़ा नगर पंचायत क्षेत्र की रही जहां सरकारी आंकड़े के अनुसार 87.60 प्रतिशत मतदान की खबर है। झबरेडा में 86.74, लंढौरा में 85.12, रामपुर में 84.78, पाडली गुर्जर में 84.60, पीरान कलियर में 83 और डंडेरा में 74.48 प्रतिशत मतदान का आंकड़ा जारी किया गया है। इनमें से किसी भी पंचायत में से विवाद की खबर नहीं आई है।

भगवानपुर से 80.92 प्रतिशत मतदान की खबर है। लेकिन यहां मतदान को लेकर हुए विवाद की वीडियो सोशल मीडिया पर गूंज रही है। इसमें प्रशासन पर मतदान को प्रभावित करने का प्रशासन पर आरोप लगाकर विधायक ममता राकेश न केवल खूब बरसी बल्कि वे फूट-फूटकर रोई भी। इसी प्रकार मंगलौर में 77.70 प्रतिशत मतदान की खबर के साथ विधायक क़ाज़ी निज़ामुद्दीन का बयान भी है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन जानबूझकर स्लो वोटिंग कर रहा है और स्लो वोटिंग लोकतंत्र की हत्या करने के बराबर है। लक्सर में मतदान का प्रतिशत 74.47 बताया गया है और आरोप लगाया गया है कि यहां कांग्रेस प्रत्याशी जगदेव के साथ अभद्रता की गई।शिवालिकनगर नगर पालिका में 62.87 प्रतिशत मतदान की खबर है लेकिन यहां के किसी विवाद की खबर नहीं आई है।

दो निगमों में से रुड़की में 62.51 प्रतिशत मतदान की खबर है और यहां तमाम विवाद हैं। यह आंकड़ा अवश्य उम्मीद से कम दिखाई दे रहा और यहां विवाद भी बहुत हैं। निर्दलीय प्रत्याशी श्रेष्ठा राणा के पति यशपाल राणा ने स्लो वोटिंग का आरोप लगाया तो मुस्लिम मोहल्लों में मतदान को 5 बजे रोक देने को लेकर हंगामा भी हुआ। यहां पुलिस ने भीड़ को लाठियां फटकार कर भगाया। यहां ए आई एम आई एम नेता डॉ नैयर काजमी की पुलिस के साथ देर तक बहस भी हुई। इसी प्रकार कांग्रेस प्रत्याशी पूजा गुप्ता ने भाजपा पार्षद प्रत्याशी को एक्स्ट्रा एडवांटेज देने और मतदान को प्रभावित करने के आरोप लगाए। उनके पति सचिन गुप्ता ने मामले को हाई कोर्ट ले जाने की बात भी कही। हरिद्वार नगर निगम में आरोप स्थानीय पार्टी विधायक मदन कौशिक पर लगे। यहां मदन कौशिक मुर्दाबाद के नारे आम सुनाई दिए। यहां वोट प्रतिशत 67.49 रहा। उपरोक्त में से केवल रुड़की ऐसा निकाय है जहां अगर स्लो वोटिंग का आरोप लगे तो उसमें सच्चाई नजर आती है। बाकी एक भी ऐसा निकाय नहीं है जहां यह शिकायत तर्क संगत लगती हो। हालांकि यह भी सच है कि निर्वाचन आयोग के ये आंकड़े अनन्तिम बताए गए हैं अर्थात इनमें बदलाव संभव है।