लॉस वेगास (अमेरिका) स्टाइल गैंबलिंग सेटअप का भंडाफोड़, रामपुर में केसिनो के संचालन की खबर से सकते में लोग

एम हसीन

रुड़की। “अपने कथित होटल” सत्यम पैलेस में वेश्यावृत्ति कराने के आरोप नगर विधायक प्रदीप बत्रा पर लगे तो आहत विधायक मुख्यमंत्री के दरबार में पहुंच गए। उन्होंने रुड़की के होटलों में जारी वेश्यावृत्ति और अन्य गैर-कानूनी धंधों पर रोक लगाने के लिए मुख्यमंत्री को लिखित शिकायत कर दी। मुख्यमंत्री ने विधायक की शिकायत को गंभीरता से लिया तत्काल जिलाधिकारी तथा एस एस पी हरिद्वार को सख्त कार्यवाही करने के आदेश जारी कर दिए।रात होते-होते पुलिस ने भी अपनी टास्क डिसाइड कर ली। नतीजा यह हुआ कि नगर की सीमा पर स्थित रामपुर की आबादी में होटल राजमहल पर पुलिस का जबरदस्त छापा पड़ा। वहां केवल वेश्यावृत्ति का ही भंडा फोड़ नहीं हुआ बल्कि वेस्टर्न स्टाइल गैंबलिंग का भी भंडाफोड़ हुआ और खुलासा हुआ कि वहां लॉस वेगास (अमेरिका) स्टाइल कैसिनो (जुआघर) चल रहा था। वहां से कैसिनो कायन बरामद हुए, बड़े पैमाने पर नकदी बरामद हुई और 8 महिलाओं के अलावा 24 पुरुष गिरफ्तार हुए। ताश की गड्डियों सहित और भी काफी कुछ बरामद होने की जानकारी पुलिस ने दी है। यहां अहमियत इस बात की भी है कि राजमहल स्टार रेटिंग वाला होटल है। डिक्लेयर्ड फैसिलिटी में यहां बार और स्विमिंग पूल भी मौजूद हैं। इनमें कुछ भी गैर-कानूनी नहीं है। लेकिन कैसिनो का लाइसेंस, वो भी लॉस वेगास स्टाइल, अभी भारत के महानगरों में भी सपने की बात है। रुड़की तो अभी महानगर भी तथाकथित ही है और रामपुर तो नगर क्या कस्बा भी नहीं है। यह इसी से जाहिर है कि जो 24 लोग गिरफ्तार किए गए हैं, उनमें कोई विदेशी तो क्या परदेसी भी नहीं था। एकाध देहरादून निवासी था और बाकी सभी लगभग स्थानीय निवासी थे। ऐसे में कोई बड़ी बात नहीं कि बाद में पुलिस ने होटल को सील कर दिया। अलबत्ता होटल सत्यम पैलेस पर सील लगना अभी बाकी है।

बहरहाल, होटलों में वेश्यावृत्ति और जुए की फड़ जमना कोई नई बात नहीं है। होटलों पर छापे मारकर पुलिस वेश्यावृत्ति मामलों का भी भंडाफोड़ करती रही है और जुआरियों को भी गिरफ्तार करती रही है। यह अलग बात है कि किसी एक होटल में दोनों चीजें एकसाथ चलते होने की कोई जानकारी इस संवाददाता को नहीं है। जैसे कि होटल सत्यम पैलेस का मामला भी बिल्कुल ताजा ही है। नगरवासी अब जान चुके हैं कि सत्यम पैलेस होटल 2017 तक नगर विधायक प्रदीप बत्रा की मिल्कियत था, जो उन्होंने 2017 में अपने साढू प्रमोद मिगलानी को विक्रय कर दिया था। लेकिन प्रमोद मिगलानी चूंकि सहारनपुर में रहते हैं इसलिए उन्होंने इस होटल की लीज रुड़की निवासी सूरज गुप्ता को दे दी थी। अब होटल को सूरज गुप्ता चला रहा था या प्रदीप बत्रा के बेहद निकट रहने वाला प्रशांत राणा, यह पुलिस जांच का विषय है। अहम यह है कि इस होटल पर पुलिस के एंटी ह्यूमन विंग ने छापा मारकर 6 लोगों को गिरफ्तार किया। इनमें 3 महिलाएं और 2 पुरुष शामिल हैं जो कि वेश्यावृत्ति के कारोबार में लिप्त बताए गए हैं जबकि छठा व्यक्ति होटल का मैनेजर है। महत्वपूर्ण बात यह हुई कि वेश्यावृत्ति के इस कारोबार को संचालित करने का आरोप नगर विधायक प्रदीप बत्रा पर लगा। प्रदीप बत्रा ने पूरे मामले में कोई सफाई सीधे तौर पर नहीं दी। लेकिन पूरे प्रकरण से आहत होकर वे मुख्यमंत्री के दरबार में पहुंचे और उन्होंने उपरोक्त शिकायत की। शिकायत पर चंद घंटे बाद ही कार्यवाही हुई और होटल राजमहल का भंडाफोड़ हुआ।

होटल राजमहल के विषय में अहमियत इस बात की है कि पूरा सेटअप इतना जबरदस्त था कि लोग ताज्जुब में पड़ गए। वे कल्पना तक नहीं कर पा रहे थे कि रुड़की में भी ऐसा तामझाम हो सकता था। लेकिन तामझाम निकला और होटल सील तक हुआ तो इस बात का लोगों को संतोष भी हुआ कि प्रदीप बत्रा की अभी चलती है। लेकिन नगर में प्रकाश होटल सहित और भी रेस्टोरेंट आदि चला रहे प्रदीप बत्रा की मुख्य प्रतिस्पर्धा तो जाहिर है कि नगर के भीतर चल रहे होटलों से ही है। उनकी राजनीतिक प्रतिस्पर्धाएं भी स्वाभाविक रूप से नगर के अपने समकक्षों से ही है। प्रदीप बत्रा की प्रतिस्पर्धा उन लोगों से तो बिल्कुल भी नहीं है जो होटल राज पैलेस की छापामारी में पकड़े गए और रुड़की नगर के निवासी हैं। सवाल यह है कि प्रदीप बत्रा की पहल पर जो कार्यवाही हुई है, क्या वह अन्य होटलों पर भी जारी रहेगी? देखना दिलचस्प होगा। बहरहाल, कांग्रेस ने देर शाम एक ज्ञापन एस डी एम को देकर नगर में बढ़ रही वेश्यावृत्ति और ऐसे ही अन्य अनैतिक कार्यों को करने वाले लोगों पर कड़ी कार्यवाही की मांग की है। जाहिर है कि प्रशासन पर भी अब कार्यवाही के इस सिलसिले को आगे बढ़ाने का दबाव बढ़ रहा है।