भाजपा समर्थित निर्दलीय जुल्फिकार ठेकेदार को लड़ा रहा मोंटी खेमा, बसपा प्रत्याशी के तौर पर चौधरी जुल्फिकार अंसारी मैदान में

एम हसीन

मंगलौर। मंगलौर में कांग्रेस प्रत्याशी की स्थिति स्पष्ट हो गई है। विधायक क़ाज़ी निज़ामुद्दीन ने घोषणा कर दी है कि चौधरी इस्लाम पार्टी के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ेंगे। उनका पर्चा खारिज हो जाने की स्थिति में जिन निर्दलीय प्रत्याशी मुहीउद्दीन अंसारी को पार्टी ने अपना समर्थन दिया था वे अब अपना चुनाव न लड़कर चौधरी इस्लाम का साथ देंगे। इसके साथ ही यहां प्रत्याशियों की स्थिति स्पष्ट हो गई है। अब कांग्रेस प्रत्याशी चौधरी इस्लाम हैं तो भाजपा समर्थित प्रत्याशी जुल्फिकार ठेकेदार हैं और बसपा के प्रत्याशी चौधरी जुल्फिकार अख्तर अंसारी हैं। दो अन्य प्रत्याशी निवर्तमान अध्यक्ष डॉ शमशाद और आमिर कलीम अंसारी हैं जो निर्दलीय हैं।

उपरोक्त स्थिति में जो एक बात स्पष्ट हुई है वह यह है कि इस बार यहां मुकाबला दो तेली प्रत्याशियों के बीच बनता नहीं दिखाई दे रहा है। इसका कारण यह है कि एक प्रत्याशी चौधरी इस्लाम तेली हैं लेकिन पिछले 15 सालों में यहां उनके मुक़ाबिल रहे डॉ शमशाद को इस बार दूसरे ग्रुप का समर्थन हासिल नहीं है। दूसरा ग्रुप, जो अतीत में मरहूम हाजी सरवत करीम अंसारी के नेतृत्व में काम करता था अब उनके पुत्र उबैदुर्रहमान अंसारी उर्फ मोंटी के नेतृत्व में काम कर रहा है, अंसारी बिरादरी के जुल्फिकार ठेकेदार को चुनाव लड़ा रहा है और जुल्फिकार ठेकेदार को ही भाजपा का भी समर्थन हासिल है। इससे यह लगता है कि इस बार मुकाबले के प्रत्याशी चौधरी इस्लाम बनाम जुल्फिकार ठेकेदार हो गए हैं।

तीसरे प्रत्याशी चौधरी जुल्फिकार अख्तर अंसारी चुनाव में अपनी मौजूदगी दर्ज कराने की भरसक कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उनके सामने समस्या उन्हीं के भतीजे आमिर कलीम अंसारी की उम्मीदवारी पैदा कर रही है। दलीय प्रत्याशी होने के बावजूद यह सवाल चौधरी जुल्फिकार अख्तर अंसारी के सामने समस्या पैदा कर रहा है कि वे परिवार में एकता कायम क्यों नहीं कर पा रहे हैं। बहरहाल, मंगलौर निकाय चुनाव की राजनीति में पिछले एक साल से नित नए उलटफेर रिकॉर्ड किए गए हैं। पहले चौधरी इस्लाम का पर्चा खारिज होना और फिर उच्च-न्यायालय से बहाल होना अपने-आप में बड़ा उलटफेर रहा है। ऐसे में यह गारंटी नहीं की जा सकती कि आगे यहां कोई उलटफेर नहीं होगा। इसलिए फिलहाल, फिलहाल यहां की यही तस्वीर है।