पिछड़ा वर्ग के बीच श्यामवीर सैनी-अशोक चौधरी ने संभाली कमान

म हसीन

रुड़की। भाजपा की मेयर प्रत्याशी अनीता देवी अग्रवाल की जीत का लक्ष्य लेकर पूर्व कैबिनेट मंत्री यतीश्वरानंद चुनाव मैदान में उतरे हुए हैं। उन्होंने आज पार्टी प्रत्याशी के पक्ष में धुंआधार जन-सजाएं की। उनका फोकस मुख्यत: पिछड़ा वर्ग पर रहा। इस मामले में श्यामवीर सैनी और अशोक चौधरी उनके सहयोगी बने।

भाजपा ने मेयर पद के लिए अगड़े वर्ग की वैश्य बिरादरी का प्रत्याशी मैदान में उतारा है। क्योंकि पार्टी इस बात को बेहतर जानती है कि अगर वैश्यों को यह विकल्प नहीं दिया तो उनकी निष्ठा किसी और वैश्य प्रत्याशी के साथ भी जुड़ सकती है; फिर भले ही वह किसी दूसरे दल का प्रत्याशी हो। लेकिन पार्टी को अभी यह खतरा पूरे तौर पर टला हुआ दिखाई नहीं दे रहा है। पार्टी जानती है कि अब भी अगर वैश्य मतदाता को जरा भी लगा कि भाजपा जीत नहीं रही है तो वह अपनी निष्ठा तत्काल बदलने से परहेज नहीं करेगा। यही कारण है कि पार्टी वैश्यों को यह भरोसा दिलाना चाहती है कि वह चुनाव में मजबूत है और ऐसा तभी हो सकता है जब पिछड़े वर्ग के बीच पार्टी का व्यापक जनाधार प्रदर्शित हो। इसी उद्देश्य को लेकर यतीश्वरानंद पिछड़ा वर्ग के मतदाता के बीच मैदान में उतर गए हैं। वे खुद भी पिछड़ा वर्ग से आते हैं और उन्होंने पिछड़ा वर्ग के पॉकेट्स में पिछड़ा चेहरों को ही सभाएं आयोजित करने की जिम्मेदारी सौंपी है। पिछड़ा वर्ग की सैनी बिरादरी की बहुलता वाले क्षेत्रों में दर्जाधारी श्यामवीर सैनी को सभाओं का संयोजक बनाया गया है जबकि पिछड़ा वर्ग की ही गुर्जर बहुल पॉकेट्स में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष पति अशोक चौधरी को संयोजक बनाया गया है। दोनों ने अपने-अपने संयोजन वाली सभाओं की सफलता के लिए जन-संपर्क अभियान चलाया और सफल सभाओं का आयोजन किया।

बैठकों को संबोधित करते हुए यतीश्वरानंद ने कहा कि रुड़की क्षेत्र के विकास के लिए रुड़की में भी भाजपा का इंजन जरूरी है। उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य सरकारें भाजपा के नेतृत्व वाली हैं और दोनों की ही विकास की अपनी योजनाएं हैं, अपने कार्यक्रम हैं। इनका पूरा लाभ तभी मिल सकता है जब भाजपा का नगर निगम बोर्ड हो जो महानगर की आवश्यकता के अनुरूप प्रस्ताव बना सके। उन्होंने मतदाताओं से अपील की कि वे भाजपा मेयर प्रत्याशी अनीता देवी अग्रवाल को विजयी बनाएं और भाजपा का ही पार्षद बोर्ड बनाएं।