बसपा टिकट के इस दावेदार ने लगाया हर वर्ग के मतदाता पर निशाना
एम हसीन
मंगलौर। मोबाइल और इंटरनेट फिलहाल ऐसी जरूरत है जिससे समाज का कोई वर्ग बरी नहीं है। इसकी आवश्यकता जितना शिक्षा के लिए है उतना ही सुरक्षा के लिए। जितना विद्यार्थियों के लिए है उतना ही कारोबारियों के लिए। जितना कामकाजी लोगों के लिए है उतना ही बेकार लोगों के लिए। जितना महिलाओं के लिए है उतना ही पुरुषों के लिए। और इंटरनेट कंपनियां यह जरूरत स्थापित करने के बाद अब इस जरूरत को कैश कर रही हैं। नेट सर्विस लगातार महंगी होती जा रही है। यही अर्थशास्त्र का नियम है कि जितना ज्यादा डिमांड उतना ही अधिक कीमत। ऐसे में जब कोई चुनाव का आकांक्षी वादा करे कि वह चुनाव जीतकर पूरे नगर को फ्री वाईफाई सर्विस देगा तो वह अपनी ओर आकर्षित करता ही है।
यही मंगलौर में नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए बसपा टिकट के दावेदार चौधरी जुल्फिकार अंसारी के साथ हो रहा है। उन्होंने वादा किया है कि वे जीते तो पूरे नगर की फ्री नेट सर्विस देंगे। खूबी यह है कि उन्होंने इसे विद्यार्थियों की पढ़ाई से जोड़ा है और महिलाओं की सुरक्षा से जोड़ा है। अर्थात, अगर हर चौराहे पर चालू स्थिति में बढ़िया कंपनी के सी सी कैमरे लगे होते तो हाल ही में कस्बे में एक छात्रा के साथ बलात्कार की घटना न घटती। जाहिर है कि उनका वादा प्रभावशाली भी हो गया है और मानीखेज भी। इसी बिंदु पर आकर यह तथ्य स्थापित होता है कि राजनीति में काम की प्राथमिकताओं में किस प्रकार बदलाव आ रहा है।
बात अगर मंगलौर की ही करें तो यह परंपरागत राजनीति के लिए मशहूर कस्बाई सोच वाला नगर है। यहां ग्रुप की राजनीति की परंपरा है जिसमें विकास का वादा अभी तक बहुत अधिक प्रभावी होता दिखाई नहीं देता था। यही कारण है कि कोविड़ में दवाओं की, सुविधाओं की खरीद के नाम पर, सड़कों-खड़ंजों-नालियों के निर्माण के नाम पर कोई जन-प्रतिनिधि करोड़ों के घोटाले में पद से बर्खास्त कर दिए जाने के बावजूद राजनीति में इतना प्रासंगिक बना रहता है कि किसी दूसरे प्रत्याशी का भी काम उसके सहयोग के बगैर नहीं चलता, उसे मंच पर स्थान मिलता ही है।
बहरहाल, हाल के उप-चुनाव में जब भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में सरकार ने विकास को मुद्दा बनाया तो चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस प्रत्याशी को भी कहना पड़ा कि वे कस्बे के लिए काम करने को तरजीह देंगे। यानि बदलाव का दौर शुरू हो गया है और यह बहुआयामी है। जैसा कि एक स्थानीय फेसबुक चैनल को इंटरव्यू देते हुए चौधरी जुल्फिकार अंसारी ने कहा भी “कस्बे के लोगों में शिक्षा के प्रति जबरदस्त आकर्षण है। लोग अपने बच्चों को पढ़ाना चाहते हैं और बच्चे पढ़ना चाहते हैं।” जाहिर है कि इसके लिए दो ही चीजों की सर्वाधिक आवश्यकता है। एक सुरक्षा की और दूसरे नेट सर्विस की। नेट सर्विस मुफ्त हो तो इससे बेहतर वादा अब कोई नहीं हो सकता। फिर क्या बड़ी बात है कि निकाय चुनाव के लिए बसपा टिकट के दावेदार चौधरी जुल्फिकार अख्तर अंसारी द्वारा किया गया फ्री इंटरनेट और सी सी कैमरों का वादा आलोचकों का ध्यान भी आकर्षित कर रहा है।