सतर्कता विभाग का अनुराग शंखधर के आवास पर तलाशी अभियान

संवाद सहयोगी

देहरादून। जैसे-जैसे छात्रवृत्ति घोटाले के आरोपियों ने पंख निकलना शुरू किए हैं, वैसे ही राज्य सरकार भी सक्रिय हो गई है। हालांकि अभी सरकार की किसी एजेंसी के निशाने पर किसी स्कूली संस्था का आरोपी नहीं आया है। अभी सरकार के निशाने पर आया है घोटाले के समय हरिद्वार का समाज कल्याण अधिकारी रहा अनुराग शंखधर। आरोप आय से अधिक संपत्ति होने का बताया गया है और शंखधर के आवास पर सतर्कता विभाग की टीम का सर्च अभियान चल रहा है।

गौरतलब है कि छात्रवृत्ति घोटाला 2013 14 में अस्तित्व में आया था और इसमें राज्य में शिक्षा क्षेत्र के कई दिग्गज गले गले तक डूबे हुए नजर आए थे। 2017 में बनी त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार के दौरान मामले की जांच एस आई टी ने की थी और हरिद्वार के तत्कालीन एस पी मंजूनाथ टी सी की अगुवाई में समाज के कई कथित आधार स्तंभों की छात्रवृत्ति घोटाले में शामिल होने के कारण जेल भेजा गया था। इस समय कई और लोगों के इस मामले में जेल जाने की संभावनाएं जताई जा रही थी लेकिन मंजूनाथ टी सी का स्थानांतरण हो गया था और मामला एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट को स्थांतरित हो गया था। कई साल गुजर जाने के बाद अब जबकि घोटाले के आरोपी रह चुके लोगों ने दोबारा लाइम लाइट में आना शुरू कर दिया है तो एकाएक राज्य सरकार भी सक्रिय हो गई है।

बताया गया है कि राज्य की विजिलेंस की स्पेशल टीम ने इस मामले में विवादो में रहे और जेल जाने के बाद सस्पेंड हो चुके अनुराग शंखधर के घर पर रेड शुरू कर दी है। बताया गया है कि आय से अधिक संपत्ति मामले में विजिलेंस की स्पेशल टीम अनुराग शंखधर के देहरादून स्थित घर पर तलाशी अभियान चला रही है। आपको बताते चलें छात्रवृत्ति घोटाले में जिला समाज कल्याण अधिकारी हरिद्वार रहते हुए अनुराग शंखधर अरेस्ट होकर जेल भी जा चुके हैं और विभाग से बाद में निलंबित भी हुए थे। हाल ही में छात्रवृत्ति मामले में जांच कर रही एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय ने भी अपनी चार्जशीट में अनुराग शंखधर का नाम शामिल किया था।