ग्राम लखनौता में अशोक चौधरी द्वारा आयोजित की गई कृषक गोष्ठी
संवाद सहयोगी
रुड़की। गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग की ओर से गन्ना किसान संस्थान काशीपुर के तत्वाधान में गन्ना विकास परिषद लिब्बरहेड़ी के ग्राम लखनौता में एक कृषक गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी की अध्यक्षता परिषद के पूर्व अध्यक्ष अशोक चौधरी द्वारा की गई।
उत्तराखंड के गन्ना शोध संस्थान काशीपुर से आए गन्ना वैज्ञानिक सिद्धार्थ कश्यप द्वारा उत्तराखंड के लिए संस्तुत लाल सड़न प्रतिरोधी गन्ना प्रजातियों को लगाने की कृषकों से अपील की गई जिसमें मुख्य को पंत 12 221, को पंत 12226, को पंत 13224, (करण 17) Co 17018 आदि प्रजातियों को लगाने की अपील की गयी। साथ ही उन्होंने गन्ना प्रजाति विविधिकरण पर जोर दिया। कृषि विज्ञान केंद्र धनौरी से आई कीट वैज्ञानिक डॉ दीप्ति चौधरी द्वारा गन्ने में नुकसान करने वाले कीटो के नियंत्रण के लिए संस्तुत मात्रा में ही कीटनाशकों का उपयोग तथा उनके यांत्रिक नियंत्रण के लिए कम लागत में फैरामोन ट्रैप लगाने की राय दी गई। गोष्ठी में कृषकों को फसल चक्र अपनाने के लिए भी कहा गया। गोष्ठी में बड़ी संख्या में कृषक उपस्थित थे। गोष्ठी में उपस्थित ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक युवराज सिंह द्वारा कृषकों की समस्याएं संज्ञान में ली गई। गन्ना कृषकों ने अपनी गन्ने संबंधी समस्याओं को ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक के समक्ष समाधान हेतु रखा जिसमें गन्ने उत्पादन की बढ़ती हुई लागतें, गन्ने की स्थिर कीमतें, गन्ना मूल्य निर्धारण तथा युवाओं का कृषि की तरफ घटता हुआ रुझान मुख्य थे। गोष्ठी में राजदीप, रतन सिंह, देवेंद्र, विजय कुमार जनक सिंह श्री ब्रह्म सिंह इत्यादि कृषकों ने अपने विचार मंच पर रखे। मंच का संचालन सहायक प्रचार प्रभारी डॉ रीना नौलिया द्वारा किया गया। गोष्ठी में विभागीय प्रचार प्रभारी शुभम सती, गन्ना विकास निरीक्षक डॉ. पूजा कैंथूरा, अक्षय शर्मा, डॉ बी के पाल, डा जय गोपाल कुशवाहा, दिनेश सकलानी, यशमोद छोटेलाल, अजय आदि विभागीय अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे। गोष्ठी में बड़ी संख्या में कृषक उपस्थित थे। मुख्य रूप से सेठपाल, करण सिंह, संजय, राजेश, मुकेश, जबर सिंह, रमेश, मिंटू, मांगेराम आदि ने बाद चढ़कर वार्ता में प्रतिभाग किया। किसानों ने वैज्ञानिकों के दिये हुए तकनीकी ज्ञान को बड़े धैर्य के साथ सुना व गन्ने की खेती में उसे अपने खेती के अनुभव के साथ मिलाकर करने का संकल्प लिया।