जन्माष्टमी के दिन रामनगर में स्थापित किया गया रामलीला का ध्वज
संवाद सहयोगी
रुड़की। ज्येष्ठ का महीना प्रारंभ होते ही नगर में रामलीलाओं के मंचन की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। विभिन्न रामलीला मंचनों के ध्वज स्थापित किए जा रहे हैं। इस कड़ी में श्री सनानत धर्म रामनगर मंदिर की ओर से आज रामलीला मैदान पर रामलीला का ध्वज स्थापित किया गया। इसके साथ ही भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व का भी भव्य आयोजन किया गया।
प्रदान की गई जानकारी के अनुसार रामनगर राम मंदिर का विधि विधान से पूजा अर्चना कर ध्वजारोहण किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम में अतिथि के तौर पर पहुंचे शहर विधायक प्रदीप बत्रा, सभा के अध्यक्ष रामजी भटेजा, कोषाध्यक्ष सतीश कालरा, सभा के संरक्षक जगदीश लाल मेहंदीरत्ता, सुरेंद्र कुमार अरोड़ा, रत्नाकर शर्मा, गुलशन अनेजा, के.डी अरोड़ा आदि ने पूजा अर्चना की और श्री राम मंदिर में ध्वजारोहण किया। इसके पश्चात रामलीला ध्वजारोहण के लिए श्रीराम मंदिर से आरंभ हुई ध्वज शोभायात्रा ढोल नगाड़ों और आतिशबाजी के बीच नगर भ्रमण पर निकली और अंत में शोभायात्रा श्रीराम लीला मैदान पहुंची। जहां सभी पदाधिकारियों व सदस्यों ने ध्वजारोहण किया। पंडित कैलाश चंद्र शास्त्री ने पूजा अर्चना कराई। साथ ही रामलीला भवन पर भी दीपक गुलाटी एवं श्री सनातन धर्म रामनगर रामलीला राम मंदिर कमेटी सभा के पदाधिकारी एवं समिति के सदस्यों के साथ ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर नगर विधायक प्रदीप बत्रा ने सभी नगरवासियों को जन्माष्टमी पर्व एवं रामलीला भवन व राम मंदिर पर ध्वजा रोहण की शुभकामनाएं प्रेषित की। सभा के अध्यक्ष राम जी भटेजा ने कहा कि संस्कार युक्त शिक्षा से ही हम भविष्य को संवार सकते हैं। बिना संस्कार के हम अपनी सभ्यता और संस्कृति को नहीं बचा सकते हैं। इसके लिए समाज के हर परिवार के लोग अपने बच्चों को धर्म युक्त शिक्षा देने का काम करें। परिवार ही किसी भी बच्चे की प्रथम पाठशाला होती है। समाज के हर वर्ग के लोगों को अपने धर्म और उससे संबंधित विभिन्न जानकारियों को रखना चाहिए।
इस अवसर पर सभा के संरक्षक रत्नाकर शर्मा ने कहा कि हम सभी को अपने सनातन धर्म एवं अपने हिंदू पर्वों को मिलजुल कर मानना चाहिए, ताकि आने वाली पीढ़ी व इस परंपरा संस्कृति को जीवित रख सके। इस अवसर पर सभा के कोषाध्यक्ष अध्यक्ष सतीश कालरा, सचिव धर्मपाल लखानी, उपाध्यक्ष संजीव अरोड़ा प्रबंधक किशनलाल माटा, संजय अरोड़ा, सहसचिव अमित चितकारा, विनय चितकारा, हरिमोहन अनेजा, डॉ. इंद्रेश, लीलाधर मेहंदीरत्ता, गिरधारी लाल, महेंद्र अरोड़ा, दीपक गुलाटी, मनी चड्ढा, रवि भटेजा, विशाल भारद्वाज, गौतम भटेजा, गौरव मेहंदीरत्ता, संजीव लखानी, भारत भूषण मेहंदीरत्ता, दलीप मेंहदीरता, अनुराग ढींगरा, तुषार मनचंदा, ललित शर्मा, संचित भाटिया, अशोक लखानी, प्रीतम कालरा, विनोद गेरा,नितिन लखानी सन्नी कथूरिया, हेमंत अरोड़ा, मन्नू मेहंदीरत्ता, आदि कमेटी से जुड़े लोग एवं महिलाएं उपस्थित रही।