नगर पालिका परिषद ने प्रकाशित कराई निविदाएं, जारी हुआ विज्ञापन

नागरिक बुरे

मंगलौर। लंबे समय से विवादों में चली आ रही मंगलौर नगर पालिका परिषद में आखिरकार निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो ही गई है। पालिका ने नगर में लगभग एक दर्जन निर्माण कार्यों के लिए निविदाएं जारी कर दी हैं, जो आज मध्यम श्रेणी के दो समाचार पत्रों में प्रकाशित हुई। इससे पहले पालिका बोर्ड खरीदारी की निविदाएं जारी कर उपकरणों की खरीद भी कर चुका है।

गौरतलब है कि इस नगर पालिका में पिछले बोर्ड के दौरान खासे विवाद पैदा हो गए थे। तत्कालीन अध्यक्ष हाजी दिलशाद पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे थे और सवाल विधानसभा में भी उठा था, जिसके बाद राज्य शासन ने जिलाधिकारी को जांच सौंप थी और तत्कालीन जिलाधिकारी ने निर्माण कार्यों पर रोक लगाने के साथ-साथ कुछ खास भुगतानों को भी रोक दिया था। इसके साथ ही चूंकि याचिका उच्च न्यायालय तक भी पहुंची थी, जो अभी तक विचाराधीन है, इसलिए 2023 में कुछ खास काम नहीं हो पाए थे। इसके बाद 2 दिसंबर 2023 को बोर्ड का कार्यकाल समाप्त हो गया था और वहां प्रशासक नियुक्त हो गए थे। चूंकि हाई कोर्ट में जारी याचिका का निस्तारण नहीं हो सका था, इसलिए इस अवधि में भी, हालांकि कुछ कार्य हुए थे, लेकिन प्रशासक ने व्यापक रूप से निर्माण कार्य कराने से परहेज ही किया था और चुनाव से पूर्व तो यह प्रक्रिया पूर्ण स्वरूप से रुक गई थी। यही कारण है कि कस्बे में तमाम समस्याएं विकराल रूप धारण कर चुके हैं। नए बोर्ड ने विकास करने का संकल्प लेते हुए पिछले महीने कार्यभार ग्रहण कर लिया था। इसी के अंतर्गत तमाम निर्माण कार्यों के प्रस्ताव स्वीकृत किए गए थे और फिर उनके एस्टीमेट बनाकर उन्हें पास किया गया था। आज देहरादून से प्रकाशित मध्यम श्रेणी के दो समाचार पत्रों में लगभग एक दर्जन निर्माण कार्यों की निविदा प्रकाशित हुई। इससे कस्बावासियों में खुशी का माहौल है। पालिका से जुड़े एक सूत्र का कहना है कि केवल घोषित किए गए निर्माण कार्य ही नहीं होने हैं बल्कि निकट भविष्य में बड़े पैमाने पर निर्माण कार्यों के लिए निविदाएं जारी होनी हैं। इस सूत्र में ठेकेदारों का आह्वान किया है कि वे प्रकाशित निविदाओं पर नजर रखें और निर्माण कार्यों में अपनी भूमिका अदा करने के लिए अधिक से अधिक निविदाएं डालें। इससे कार्यों में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और उनकी लागत घटेगी। इसके अलावा जितनी अधिक निविदाएं बिकेंगी, पालिका की आय में उतनी ही अधिक वृद्धि होगी और कार्यों में पारदर्शिता भी आएगी। दूसरी और स्थानीय लोगों का कहना है कि लंबे समय बाद निर्माण कार्य शुरू होंगे तो नगर को समस्याओं से निजात भी मिलेगी।