कांग्रेस प्रत्याशी मोहम्मद अकरम ने भी झोंकी ताकत
एम हसीन
कलियर। इस नगर पंचायत में अध्यक्ष पद के दो प्रमुख प्रत्याशियों को एक समान सुविधा उपलब्ध है। यहां विधायक कांग्रेस के हाजी फुरकान अहमद हैं और उन्होंने नगर पंचायत अध्यक्ष पद की पार्टी प्रत्याशी हाजरा बानो के कार्यालय का उद्घाटन करते हुए अपनी हैसियत को खुलकर भुनाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का नगर पंचायत अध्यक्ष भी हुआ तो यह डबल इंजन की सरकार होगी और विकास कार्य तेज गति से होंगे। ठीक यही सुविधा दूसरी प्रत्याशी शमीम बानो को भी उपलब्ध है। वे लक्सर के बसपा विधायक हाजी मुहम्मद शहजाद की बहन हैं। जाहिर है कि अगर वे जीती तो यह भी डबल इंजन की सरकार होगी। वैसे प्रत्याशी यहां और भी हैं। मसलन, एडवोकेट शबनम का जिस प्रकार अभियान चल रहा है उससे साफ लगता है कि उनके पीछे भाजपा की ताकत काम कर रही है। यूं अगर देखा जाए तो यह भी डबल इंजन की ही सरकार होगी क्योंकि इसे सीधे सत्ता का संरक्षण होगा, हालांकि यहां विधायक भाजपा का नहीं है। बाकी दो प्रत्याशी निर्दलीय नाजिम त्यागी की पत्नी और निवर्तमान अध्यक्ष शफ़क़्क़त की प्रत्याशी को प्रत्यक्षत: किसी विधायक या सत्ता का संरक्षण नहीं है।
बहरहाल, जिन्हें विधायक का संरक्षण हासिल है और जो डबल इंजन की सरकार बन सकने में सक्षम हैं वे अपनी इस हैसियत को पूरी तरह कैश कर रही हैं। मतदाता को भी इस बात का अहसास है कि कम से कम 2027 तक तो दोनों विधायक अपनी मौजूदा हैसियत में रहेंगे ही और अपने समर्थकों के काम भी करेंगे ही। यही कारण है कि इन दोनों प्रत्याशियों की हैसियत को गंभीरता से परखा जा रहा है। कोई बड़ी बात नहीं कि दोनों प्रत्याशियों के चुनावी प्रबंधक भी इस काम को कर रहे हैं। जैसा कि स्वाभाविक है कि हाजरा बानो के चुनाव प्रबंधक उनके पति पूर्व प्रधान मोहम्मद अकरम हैं जबकि शमीम बानो के चुनाव की कमान उनके भतीजे अफजल शहजाद के हाथ में है। वे पूरा प्रयास कर रहे हैं कि बाजी इस बार उनके हाथ से न निकल पाए। उनका कहना है कि उनका फोकस 5 हजार प्लस वोटों का इंतेज़ाम करना है और वे अपने लक्ष्य को पा चुके हैं। कमोबेश ऐसा ही दावा मोहम्मद अकरम का है। उनका कहना है कि उनका जीत लक्ष्य है और वे लक्ष्य को बड़े अंतर से हासिल करने जा रहे हैं। ध्यान रहे कि पिछली यहां हाजी फुरकान अहमद खेमे के शफ़क़्क़त प्रधान करीब डेढ़ सौ वोटों के अंतर से जीते थे। तब हाजी मोहम्मद शहजाद खेमे के पूर्व प्रधान सलीम अहमद सीधे मुकाबले में हारे थे।