तस्वीर में बिखरेगा एक बेहतर चटख रंग
एम हसीन
रुड़की। खानपुर विधायक उमेश कुमार ने निर्दलीय मेयर प्रत्याशी श्रेष्ठा राणा को अपना समर्थन दिया है। उमेश कुमार खुद और उनकी राजनेता पत्नी सोनिया शर्मा पूर्व मेयर यशपाल राणा की पत्नी मेयर प्रत्याशी श्रेष्ठा राणा के साथ पूरी शिद्दत से कदमताल कर रहे हैं। जाहिर है कि उनका समर्थन श्रेष्ठा राणा के लिए औपचारिक तो साबित होने वाला नहीं है। इसके गहरे मतलब हैं और गहरे नतीजे निकलने वाले हैं।
जैसा कि ऊपर बताया गया है कि सोनिया शर्मा खानपुर के निर्दलीय विधायक उमेश कुमार की पत्नी हैं, यह एक हकीकत है। लेकिन उनकी एक हकीकत और है। वह यह है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में मूल रूप से उमेश कुमार का कैंडिडेट सोनिया शर्मा ही थी; यह अलग बात है कि अपने व्यक्तिगत कारणों के चलते उमेश कुमार को उनका नाम वापिस लेना पड़ा था और खुद लोकसभा चुनाव लड़ना पड़ा था। फिर फिलहाल जारी सोनिया शर्मा को रुड़की के मेयर पद के निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर देखा गया था। वे चुनाव नहीं लड़ रही हैं यह अलग बात है। बहरहाल, स्वाभाविक है कि सोनिया शर्मा अगर मेयर चुनाव लड़ना चाह रही थी तो वे खुद को इस चुनाव के और इस पद के योग्य भी समझती होंगी। दूसरी बात, वे अगर चुनाव लड़ती तो जाहिर है कि मेयर बनने के लिए लड़ती। दरअसल, रुड़की महानगर क्षेत्र में, उमेश कुमार और सोनिया शर्मा, दोनों की अलग भी और कलेक्टिव भी एक खास पहचान है, एक प्रभाव है, एक दबदबा है।
इसे इस बात से समझा जा सकता है कि पिछले लोकसभा चुनाव में उमेश कुमार ने निर्दलीय चुनाव लड़ते हुए रुड़की निगम क्षेत्र में करीब 13 हजार वोट हासिल किए थे। यह आंकड़ा इसलिए मामूली नहीं माना जा सकता क्योंकि लोकसभा चुनाव भाजपा-कांग्रेस के बीच पूरी शिद्दत से लड़ा गया था और उसमें किसी तीसरे प्रत्याशी के लिए कोई गुंजाइश बाकी नहीं रह गई थी। फिर उमेश कुमार तो निर्दलीय प्रत्याशी थे। लोकसभा चुनाव में, जब केंद्र सरकार के गठन के लिए वोट दिया जाता है तो निर्दलीय प्रत्याशी को तभी कंसीडर किया जाता है जब सत्ता पक्ष और मुख्य विपक्ष का प्रत्याशी बिल्कुल भी पसंद न किए जा रहे हों, हल्के हों और निर्दलीय प्रत्याशी का राजनीतिक कद बहुत बड़ा हो। हरिद्वार सीट पर ऐसा नहीं था। यहां प्रत्यक्ष रूप से एक और अप्रत्यक्ष रूप से एक, दो पूर्व मुख्यमंत्री चुनाव लड़ रहे थे। ऐसे में उमेश कुमार का करीब 13 हजार वोट हासिल करना बड़ी बात थी। ऐसे में उमेश कुमार-सोनिया शर्मा दंपत्ति का श्रेष्ठा राणा का समर्थन बड़ी बात है। यह उस समय और बड़ी बात हो जाती है जब यह दंपत्ति श्रेष्ठा राणा की मदद पूरी शिद्दत से कर रहे हैं। खुद यशपाल राणा एक संघर्षशील राजनेता हैं और उनकी पत्नी श्रेष्ठा राणा धीर-गंभीर प्रत्याशी हैं। ऐसे में उन्हें उमेश कुमार दंपत्ति का समर्थन मिलना बड़ी मीनिंगफुल बात है।