कार्यक्रम की विज्ञप्ति जारी नहीं कर पा रहा संगठन

 

नागरिक ब्यूरो, रुड़की। प्रत्याशी से मिली ज़िम्मेदारी को पुड़िया बांधकर जेब में डाल लेने और किसी को भी बर्दाश्त न करने की हवस में कांग्रेस का मीडिया सेक्शन पूरे तौर पर लड़खड़ा गया है। हालात यहां पहुंच रहे हैं कि प्रियंका गांधी की रैली के लिए भी पत्रकारों को जानकारी देहरादून से या तो प्रदेश प्रवक्ता मथुरा दत्त जोशी से लेना पड़ी या फिर प्रदेश मीडिया को ऑर्डिनेटर राजीव महर्षि से। प्रवक्ता ने तो फिर भी जानकारी विज्ञप्ति से जारी कर दी लेकिन को ऑर्डिनेटर ने चुनिंदा पत्रकारों को अपनी बाइट या फोटो के साथ जानकारी शेयर की। रुड़की में इसके अलावा जानकारी का जरिया केवल सड़कों पर लगे होर्डिंग्स ही थे।

मतदान में एक सप्ताह शेष रहते नगर विधानसभा सीट पर चुनाव प्रबंधक की मोनोपोलीयन सोच साफ दिख रही है। महानगर कांग्रेस अध्यक्ष और नगर में चुनाव प्रभारी राजेंद्र चौधरी एडवोकेट पार्टी के चुनावी चेहरों, मेयर टिकट के मुखर दावेदार सचिन गुप्ता और खामोश दावेदार हंसराज सचदेवा तथा पिछला विधानसभा चुनाव कांग्रेस के टिकट पर लड़ चुके यशपाल राणा को तो बर्दाश्त कर ही नहीं पा रहे, वे किसी को भी बर्दाश्त नहीं कर पा रहे। मसलन, मनोहर लाल शर्मा, दिनेश कौशिक, एडवोकेट संजय शर्मा भाजपा गमन कर चुके हैं और जगदेव सेखों उमेश कुमार शरणं गच्छामि हो गए हैं। पूर्व महानगर अध्यक्ष कलीम खान, प्रदेश अल्पसंख्यक कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष हाजी सलीम खान, पूर्व हज कमिटी अध्यक्ष हाजी राव शेर मुहम्मद, इरशाद पहलवान, उम्मीद गाजी, हाजी नौशाद, राजवीर रोड, बिट्टू शर्मा, सुभाष सैनी; सब इस इंतजार में हैं कि शायद पार्टी में कहीं उनकी उपयोगिता हो। लेकिन नहीं है। वैसे राजेंद्र चौधरी की बर्दाश्त तो इसी से जाहिर है कि वे पिछले एक साल में अपनी कार्यकारिणी का गठन तक नहीं कर पाए। उन्हें वैसे भी हरीश रावत विरोधी लॉबी का आदमी माना जाता है। फिर भी अपनी बुढ़ापे की सनक में हरीश रावत ने राजेंद्र चौधरी को चुनाव प्रभारी बना तो दिया है लेकिन अब जूतों में दाल बंटने के हालात हैं। वैसे इसे हरीश रावत भी बढ़ा रहे हैं, जो कि उपरोक्त चारों लोगों सहित कांग्रेस के वरिष्ठ चेहरों को इकठ्ठे लेकर बैठने की बजाय सबके कंधों पर अलग अलग हाथ रखकर बात करने की अदा अभी भूले नहीं हैं।

हालात यहां हैं कि नगर में कोई कांग्रेस की विज्ञप्ति जारी करने वाला तक नहीं है। शुरू में हरीश रावत ने नगर में मीडिया की जिम्मेदारी श्रीगोपाल नारसन को सौंपी थी और उनके सहयोग के लिए अनिल पुंडीर को आगे किया गया था। लेकिन ये दोनों खामोश होकर अपने घर बैठ गए हैं। वजह वही है। राजेंद्र चौधरी सारी जिम्मेदारी अपने हाथ में चाहते हैं। वे चाहते हैं कि मीडिया उनका चेहरा चमकाने का काम करे तो वे भी मीडिया को विज्ञप्ति जारी करें, उसकी आव भगत करें। बहरहाल, अब राजेंद्र चौधरी का कहना है कि सचिन गुप्ता को मीडिया को ऑर्डिनेटर बनाया गया है। लेकिन इस की कहीं से पुष्टि नहीं हुई है। सचिन गुप्ता से भी बात हो पाना संभव नहीं हो पाया है।