अनुपस्थित मिले शिक्षकों को करण बताओ नोटिस जारी, वेतन रोकने का आदेश

संवाद सहयोगी

हरिद्वार। सरकारी अस्पतालों के हालात जानने के बाद आज जिलाधिकारी के अनुशासन का डंडा स्कूलों पर चला। जनपद के विभिन्न विद्यालयों में अचानक की गई प्रशासनिक छापेमारी से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया। जिन स्कूलों में शिक्षक अनुपस्थित मिले वहां कारण बताओ नोटिस जारी किया गया और अनुपस्थित शिक्षकों का वेतन रोकने के आदेश जारी किए गए। स्कूलों में शिक्षा के अलावा पेयजल, शौचालय व कन्याओं की सुरक्षा की स्थिति को जांचा गया।

जिलाधिकारी ने निर्देश दिए हैं कि शिक्षा की गुणवत्ता की कसौटी किसी भी प्रकार से समझौता या लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। उन्होंने कहा कि सभी टीचर छात्र छात्राओं को गुणवत्ता युक्त शिक्षा मुहैया करवाए तथा विद्यालयों में छात्रों की शत प्रतिशत उपस्थिति दर्ज कराना सुनिश्चित करें। इस क्रम में उप जिलाधिकारी अजयवीर सिंह द्वारा 5 उच्च प्राथमिक अथवा प्राथमिक विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया गया। उन्होंने पाया कि कई शिक्षक स्कूल आए ही नहीं, कई शिक्षक देरी से आए और छात्रों की संख्या भी पूरी नहीं पाई गई। जीआईसी भेल रानीपुर में तो 17 सहायक अध्यापक एक साथ अनुपस्थित मिले तथा प्रधानाध्यापक का भी खेल प्रतियोगिता में जाना बताया गया।

तहसीलदार भगवानपुर हरिहर उनियाल द्वारा विभिन्न राजकीय प्राथमिक विद्यालयों में किए गए निरीक्षण के दौरान किसी भी स्थान पर छात्रों की पूरी संख्या नहीं पाई। विशेष भूमि अध्यापति अधिकारी लक्ष्मीराज चौहान, अपर उप जिला मजिस्ट्रेट युक्ता मिश्रा, तहसीलदार हरिद्वार प्रियंका रानी, उप जिलाधिकारी भगवानपुर युक्ता मिश्रा आदि ने निर्धारित विद्यालयों का निरीक्षण किया और रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी। जिलाधिकारी ने अनुपस्थित पाए जाने वाले सभी सहायक अघ्यापको का वेतन रोकने तथा स्पष्टीकरण लेने के निर्देश मुख्य शिक्षा अधिकारी एवं प्राथमिक शिक्षा अधिकारी को दिए।