राष्ट्रीय महासचिव मुज्तबा हुसैन ने कहा कि लोगों को मिलेगी राहत

संवाद सहयोगी

देहरादून। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ओबीसी विभाग के राष्ट्रीय महासचिव मुज़तबा एडवोकेट ने माननीय सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि आज देश के अंदर कुछ राज्यो में जिस तरह बुलडोज़र चला है वह पूरी तरह संविधान और नियमों का उलंघन है सरकार का ताक़त दुरुपयोग कर देश भर में लाखों लोगों के घर-बार को बुलडोज़र से तोड़ कर ध्वस्त करने पर माननीय सुप्रीम कोर्ट का दखल पीड़ितों के लिये बहुत ज़्यादा सकून और चैन भरा है।

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ओबीसी विभाग के राष्ट्रीय महासचिव मुज़तबा एडवोकेट ने कहा कि भाजपा की सरकारे बुलडोज़र ई डी, सीबीआई से भय का माहोल बना कर संविधान को नकार कर ख़ुद अपने आप में सर्वोच बनना चाह रही थी। मुजतबा एडवोकेट ने कहा कि आज तक लाखों लोगो के मकान केवल इसलिये तोड़ दिये गये कि वो किसी मामले में वांछित पाये गये थे ।यह कहाँ का क़ानून है की जब देशी में न्यायपालिका है, ज़िले के कोर्ट, प्रदेश में हाईकोर्ट, और सर्वोच्च न्यायालय उपलब्ध है; तब ये तय करने वाला कौन हुआ कि सबसे पहले उसका घर तोड़ो जिसमें माँ बाप और छोटे बच्चे भी होते हैं।इंसान को अपने पूरे जीवन में केवल एक घर मकान बनाने में कितनी कठिनाइयाँ आती हैं यह वही समझ सकता है जो आम आदमी की तकलीफ़ को समझ सकता हो। उन्होंने कहा कि देश संविधान से चलेगा न कि सत्ता के डंडे और चाबुक से, सजा से। यह हक़ माननीय न्यायालय को है कि किसी का दोष और उसकी सजा तय करें।